यमुनानगर मे खुशी उन्नति केंद्र द्वारा सरकारी स्कूलो मे मैरिट लाने वाले बच्चो को किया सम्मानित
जितेन्द्र कुमार
चंडीगढ़
यमुनानगर 19 अगस्त 2020
खुशी उन्नति केंद्र हमेशा से ही बच्चो को शिक्षा मे आगे बढाने का कार्य करती रहती है
इस बार भी यमुना नगर के सरकारी स्कूलो मे मैरिट लाने वाले बच्चो को खुशी उन्नति केंद्र द्वारा सम्मानित किया जा रहा है
हर रोज 1 बच्चे को उनके घर जाकर उनका सम्मान किया जाता है और उनको खुशी उन्नति केंद्र द्वारा सर्टिफ़िकेट भी दिया जाता है
आज ससोली सरकारी स्कूल मे पढने वाली एक छात्रा आराशि जो की अमर पूरी कॉलोनी की रहने वाली है उनको घर जाकर सम्मानित किया गया और उनसे बात की
आरशी ने बताया की उन्होने इसके लिये 2 से 3 घन्टे हर रोज पढाई की है और सकूल मे भी वो हर समय पढ़ती रहती थी इसमे उसको घर वालो का और स्कूल के अध्यापको का पुरा समर्थन मिला है
जिस से वो दसवी मे 89% अंक प्राप्त कर पाई है
हमने उनसे बात की तो पता चला की जुलाई महीने मे उनके पिता जी का देहांत हो गया था वो मजदूरी करते थे
उनकी फैमिली मे वो उसके 2 भाई ओर उनकी माता जी ही है उनकी एक और बहन थी जिसका देहांत 2018 मे हो गया था
उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है
पर आरशी के हौसले बहुत मजबुत है वो आगे भी अपनी पढाई जारी रखना चाहती है और पढ़ लिखकर अपने परिवार को हर खुशी देना चाहती है
हमे आरशी और उस जैसे बच्चो की मदद के लिये आगे जरुर आना चाहिये
मौके पर खुशी उन्नति केंद्र की टीम से कशिश और गुरचरन वहां उपस्थित थे !
चंडीगढ़
यमुनानगर 19 अगस्त 2020
खुशी उन्नति केंद्र हमेशा से ही बच्चो को शिक्षा मे आगे बढाने का कार्य करती रहती है
इस बार भी यमुना नगर के सरकारी स्कूलो मे मैरिट लाने वाले बच्चो को खुशी उन्नति केंद्र द्वारा सम्मानित किया जा रहा है
हर रोज 1 बच्चे को उनके घर जाकर उनका सम्मान किया जाता है और उनको खुशी उन्नति केंद्र द्वारा सर्टिफ़िकेट भी दिया जाता है
आज ससोली सरकारी स्कूल मे पढने वाली एक छात्रा आराशि जो की अमर पूरी कॉलोनी की रहने वाली है उनको घर जाकर सम्मानित किया गया और उनसे बात की
आरशी ने बताया की उन्होने इसके लिये 2 से 3 घन्टे हर रोज पढाई की है और सकूल मे भी वो हर समय पढ़ती रहती थी इसमे उसको घर वालो का और स्कूल के अध्यापको का पुरा समर्थन मिला है
जिस से वो दसवी मे 89% अंक प्राप्त कर पाई है
हमने उनसे बात की तो पता चला की जुलाई महीने मे उनके पिता जी का देहांत हो गया था वो मजदूरी करते थे
उनकी फैमिली मे वो उसके 2 भाई ओर उनकी माता जी ही है उनकी एक और बहन थी जिसका देहांत 2018 मे हो गया था
उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है
पर आरशी के हौसले बहुत मजबुत है वो आगे भी अपनी पढाई जारी रखना चाहती है और पढ़ लिखकर अपने परिवार को हर खुशी देना चाहती है
हमे आरशी और उस जैसे बच्चो की मदद के लिये आगे जरुर आना चाहिये
मौके पर खुशी उन्नति केंद्र की टीम से कशिश और गुरचरन वहां उपस्थित थे !