दबंग कोटेदार नहीं दे रहा राशन गरीब बोले भारी संख्या में जिलाधिकारी दफ्तर पहुंचकर राशन दिलाए जाने की करेंगे मांग
कासगंज
दबंग राशन कोटेदार गरीबों को राशन नहीं दे रहा है। दबंग राशन कोटेदार से परेशान गरीब भारी संख्या में जिला अधिकारी दफ्तर पहुंचकर जिलाधिकारी से राशन दिलाए जाने एवं किसी दूसरे कोटेदार की नियुक्ति किए जाने की मांग करेंगे ।
जनपद कासगंज के विकासखंड पटियाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत श्री नगला के दबंग राशन कोटेदार रामलडै़ते गरीबों को राशन वितरण नहीं करता है। राशन का पूरा स्टॉक अपने घर में ही छुपा के रखे है। जानकारी के अनुसार ब्लैक में बेचने के लिए राशन घर में छुपा के रखा गया है।
इस ग्राम पंचायत में पन्नी नगला, अजीत नगला ,अम्बदगंज आदि ग्राम पंचायत सहित चार गांव है।
ग्राम पंचायत के निवासी गरीब ग्रामीण जब राशन लेने के लिए सरकारी राशन दुकान पर पहुंचते हैं। तो दुकान में ताला लटकता मिलता है। दुकान बंद देख कर गरीब जब कोटेदार से फोन से बात करते हैं तो वह अपने आपको बाहर बता कर गरीबों को टरका देता है। जब सुबह को राशन लेने के लिए पहुंचते हैं तो कोटेदार कहता है कि शाम को आना शाम को जब गरीब राशन लेने जाते हैं तो सुबह की राशन वितरण की बात कहकर गरीबों को खाली हाथ लौटा देता है।
कोटेदार की इन करतूतों के कारण गरीबों को भूखा पेट सोना पड़ता है।
गरीबों के छोटे-छोटे बच्चे भूख से व्याकुल होकर पूरे दिन रात रोते बिलखते रहते हैं। पर इस दबंग कोटेदार को इन गरीबों पर रहम नहीं आता है।
सारा राशन कोटेदार ने ब्लैक में बेचने के लिए अपने घर में जमा करके रख लिया है। गरीबों को धता बताकर खाली हाथ लौटा देता है।
श्री नगला ग्राम पंचायत की निवासिनी सुजाता,भूरी देवी, आदि सैकड़ों गरीब महिलाओं ने बताया की राशन कोटेदार के यहां राशन लेने जाते हैं तो वह सुबह शाम को राशन वितरण करने की बात कह कर हम लोगों को टरका देता है। भूख से हमारे बच्चे दिन रात व्याकुल रहते हैं। काफी दिन भूखे रहने के कारण हमारे बच्चे कमजोर हो गए हैं। हम लोग रात को भूखे पेट सोते हैं।
अब हम सभी गरीब लोग अधिक से अधिक संख्या में जिला अधिकारी दफ्तर जाकर जिला अधिकारी से राशन दिलाए जाने की मांग करेंगे। इतना ही नहीं हम लोग राशन कोटेदार को हटाने की भी मांग करेंगे।
इन गरीबों में एक ऐसी महिला है जिसके पति की एक्सीडेंट में रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। जिस के इलाज में महिला की जमीन भी बिक गई है। इसी कारणवश वह बेसहारा हो गई है। जिसके 3 बच्चे हैं। घर में निवाला करने के लिए कुछ नहीं है। इस महिला को भी राशन कोटेदार राशन नहीं दे रहा है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते भी राशन कोटेदार सरकार के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहा है। जबकि सरकार गरीबों को भूखे पेट सोने देना नहीं चाहती है।