लॉक डाउन के चलते राशन एवं मास्क वितरण किया गया
ताजपुर /समस्तीपुर
कॉरोना के प्रकोप को रोकने के लिए 25 मार्च से जारी लॉकडाउन को गत 14 अप्रैल से 3 मई तक बढ़ा दिया गया, जिससे उन लाखों लोगों के लिए दो वक्त की रोटी की व्यवस्था करना असंभव हो गया है, जिनका जीवन दैनिक आय पर निर्भर है। बढ़ती कठिनाई और भुखमरी आत्महत्या का कारण बन रहा है। ऐसे अवसरों पर लोगों की जिम्मेदारी है कि वे इन समस्याओं को हल करें ताकि भूख से किसी कि मृत्यु नही हो क्योंकि यह इस्लामिक शिक्षाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ये बातें निगरां टीम के सदस्यों ने कहा। संगठन के कंवीनर राशिद सदरी ने कहा कि निगरां संगठन द्वारा जरूरतमंद लोगों को लगातार राहत सामग्री आपूर्ति की जारी है। तीसरे चरण के तहत 9 अप्रैल से 20 अप्रैल तक 100 लोगों को राहत सामग्री पंहुचाया गया जिसमें 50 पारिवार बक्खो समाज, बक्खो टोला ताजपुर के निवासी हैं जिनमें बारह लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है। लॉकडाउन का कोई उल्लंघन नहीं हो इसलिए निर्धारित समय में काम को शारीरिक और सामाजिक दूरियों का ख्याल रखते हुए किया गया। ताकि बक्खो समाज के लोगों को कोविड 19 के प्रति जागरूक किया जा सके। श्री राशिद सदरी ने कहा कि निगरां फाजिलपुर की टीम ने अब तक 400 मास्क बनवा कर विशेष रूप से गरीब मजदूरों और खेतों में काम करने वाले लोगों को बांटा है गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लॉकडाउन 2 में जरूरतमंदों का खास ध्यान रखें। ताकि कोई व्यक्ति भूखा न रहे। निगरां संगठन के काम में मोहम्मद इरशाद, हरिस सदरी, जावेद पराना और एबाद सदरी आदि ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
समस्तीपुर से अब्दुल कादिर