कल आर्य समाज वैदिक राम नगरिया में होगा विराट कवि सम्मेलन
मेला रामनगरिया में आर्य समाज के वैदिक क्षेत्र चरित्र निर्माण शिविर द्वारा आज नशा मुक्ति अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत कार्यकर्ताओं ने कल्पवासियों से बीड़ी,गुटखा व शराब आदि के सेवन से होने वाली हानियों को गिनाते हुए इनको छोड़ने का अनुरोध किया। बहुत से कल्पवासियों ने हांथ उठाकर मद्यपान को छोड़ने का संकल्प लिया।
कल्पवासियों को सम्बोधित करते हुए आचार्य चन्द्रदेव शास्त्री ने कहा कि 1760 से पहले भारत मे कोई शराब का ढेका नहीं था इसके बाद अंग्रेजों ने बंगाल में पहला ठेका खोलकर भारत मे शराब का चलन प्रारंभ कराया फिर भी भारतीयों के संस्कार व महापुरुषों के प्रभाव के कारण इसका ज्यादा प्रचलन नहीं हो पाया जब अंग्रेज इस देश से गए तब मात्र पन्द्रह सौ ठेके थे परंतु आज लगभग पच्चीस हजार हो गए। अंग्रेजों ने एक सोची समझी साजिश के तहत हमारे युवाओं के चारित्रिक पतन के लिए शराब के चलन को बढ़ाया जिसे हमारी सरकारों ने और भी तेजी से आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि शराब पीकर मानव को दानव बनते देर नहीं लगती । शराब पीकर माता,पत्नी वहन आदि में भी भेद नहीं नजर आता।नब्बे फ़ीसदी बलात्कार में शराब का योगदान है इन आपराधिक घटनाओं में शराब का बहुत बड़ा योगदान है और इन सब को हमारी सरकार लाइसेंस देती है। एक तरफ शराब के ठेके खुलवाना और दूसरी तरफ मद्यनिषेध विभाग चलाकर लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। जिन राज्यों ने शराब को बंद किया हुआ है वहां का आपराधिक रिकार्ड का ग्राफ काफी सुधरा है। जिससे यह प्रेरणा मिलती है कि मजबूत राजनैतिक इच्छाशक्ति से इस कुरीति को मिटाया जा सकता है आर्य समाज इस क्षेत्र में सदैव प्रयासरत है। तथा जन जागरण के द्वारा इसके समूल नाश करने को संकल्पित है। आचार्य ओमदेव शास्त्री ने कहा की प्रत्येक वर्ष लगभग 19 अरब लीटर शराब की खपत हमारे देश मे होती है जो तेजी से बढ़ रही है।यदि यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब दूध दही की नदियां बहने वाले भारत देश मे शराबकी नदियां बहने लगे इसे तत्काल प्रभाव से रोकने की आवश्यकता है। प्रातःकाल यज्ञ हरिओम शास्त्री ने यजुर्वेद के मंत्रों से संपन्न कराया।बनारस से आये सत्येंद्र आर्य सपत्नी यजमान रहे। मेरठ से पधारे आर्य भजनोपदेशक पंडित अनिल दत्त 'नादान' ने अपने सु मधुर भजनों के द्वरा अपने विचार रखे। शिवनारायण आर्य के गीत 'पीके तूने मदिरा का प्याला प्राण नाथ हमें तो मार डाला ' पर खूब तालियां बजीं। संदीप आर्य ने बताया कि कल दिनांक 21 फरबरी रविवार को मध्यान्ह 2 बजे से वैदिक क्षेत्र में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जिसमे देश के विख्यात कवि डॉ सारस्वत मोहन मनीषी व अन्य अन्य प्रसिद्ध कवियों की ओजवी वाणी को सुनने का अवसर प्राप्त होगा। आज के कार्यक्रम में सत्येंद्र अग्निहोत्री, अजीत आर्य, जामुन आर्य,क्षेत्र पाल आर्य,प्रशांत आर्य,उदिता,उदयराज आदि उपस्थित रहे।