प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की दोस्त से करवाई कोर्ट मैरिज, पांच घटे बाद खुद कर लिया निकाह, जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश
मोहब्बत के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। प्यार में आ रही अड़चनों के चलते कभी लोग इसे भुला देते हैं तो कुछ लोग उसे पाने के लिए परिवार ही नहीं दुनिया से भी लड़ जाते हैं। कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो प्यार की खातिर माता-पिता ही नहीं पुलिस को भी उलझा कर रख देते हैं। कुछ ऐसा ही मामला यूपी से सामने आया है। इस मामले ने न केवल लड़की के परिवार वालों को उलझन में डाल दिया बल्कि पुलिस किस्सा सुनकर हैरान रह गई। दरअसल एक युवक का कई सालों से युवती के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। लड़की के घर वाले युवक के साथ शादी को राजी नहीं हुए तो प्रेमी ने प्रेमिका को अपना बनाने के लिए नया हथकंडा अपना लिया। इसमें उसने अपने एक दोस्त को मोहरा बनाया।
प्रेमी ने इसमें अपने दोस्त को भी शामिल किया। प्रेमी ने लड़की के घर वालों को भ्रमित करने के लिए उसकी कोर्ट मैरिज अपने ही दोस्त से करवा दी और फिर पांच घंटे बाद ही युवक ने फिर से अपनी प्रेमिका से निकाह कर लिया। मामला जब पुलिस के सामने आया तो वह भी केस सुनकर चकरा गई। युवक और उसकी प्रेमिका ने बताया, वे निकाह करके एक साथ रह रहे हैं, उन्हें कोई परेशान न करे इसलिए कोर्ट मैरिज का ड्रामा रचा था।
जानकारी के अनुसार थाना नवाबगंज के एक गांव की युवती का प्रेमप्रसंग हाफिजगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक से प्यार दो वर्ष पूर्व हो गया। दोनों का प्यार परवान चढ़ गया और दोनो लोग दूसरे प्रदेश में रफूचक्कर हो गए। युवक खुद न फंसे इसलिए एक अन्य दोस्त को बुलाकर कोर्ट में ले गया जहां अपनी प्रेमिका की कोर्ट मैरिज 9 अक्टूबर 20 को उससे करवा दी। पांच घंटे बाद शाम को एक मस्जिद के इमाम द्वारा उसने अपनी प्रेमिका का निकाह अपने साथ कर लिया। इधर पिता अपनी पुत्री की खोजबीन शुरू की किसी से उनका पता चला कि युवक हाफिजगंज का रहने वाला है तो पिता शनिवार को थाना हाफिजगंज पहुंच गए।
प्रेमी के खिलाफ अपनी बेटी को गायब करने की तहरीर दे दी। जिस पर पुलिस हरकत में आई और प्रेमी को थाने बुलाया। थाने पहुंचे प्रेमी ने बताया कि उसने युवती से निकाह कर लिया है। युवती ने कोर्ट मैरिज की कहानी बताते हुए कहा कि घरवालों को गुमराह करने के लिए झूठी कोर्ट मैरिज युवक के दोस्त के नाम कर ली थी। लड़की ने कहा कि वह उसी के साथ रहेगी। पिता के साथ जाने से इंकार कर दिया।