जानवरों को चराने गई किशोरी तालाब में डूबी , 3 घंटे के बाद कड़ी मशक्कत से शव को तालाब से बाहर निकाला
मेरापुर फर्रुखाबाद। जानवरों को चराने गई किशोरी तालाब में डूब गयी। काफी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों ने तालाब में कटिया बल्ली आदि डालकर उसका शव तीन घण्टे बाद खोज निकाला।
बुधवार सुबह समय करीब 10 बजे गांव पमरखिरिया निवासी किशोरी अंजली 13 वर्ष पुत्री स्व0 पप्पू कठेरिया अपनी भैंसे चराने नगला दुबे के पास स्थित खेतों की तरफ गई थी।
उसके साथ गई दूसरी किशोरी हनी भी साथ थी। दोपहर 2 बजे के करीब किशोरियां संकिसा के तालाब में अपनी- अपनी भैंसों को पानी पिलाने लगीं तो इसी दौरान उनकी भैंसे तालाब में घुस गई।
अंजली की भैंस पानी पीने के बाद भी बाहर नहीं निकल रही थी। भैंस को तालाब से बाहर निकालने के लिए अंजली तालाब में घुस गई और उसी समय अंजली गहरे पानी में डूब गई।
अंजली को डूबते देख साथ गईं किशोरी हनी ने गांव पमरखिरिया पहुंचकर घटना की सूचना परिजनों सहित अन्य लोगों को दी। तब घटना स्थल पर पहुंचे स्थानीय लोंगो ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर कार्यवाहक थाना प्रभारी सुरेश सिंह चाहर 2 घण्टे बाद पहुंचे। सीओ कायमगंज सोहराब आलम को जब घटना की सूचना दी गई, तो उन्होंने आरआई पुलिस लाइन से मौके पर गोताखोर भेजे जाने के निर्देश दिये। इसी बीच स्थानीय युवक विशाल, सहवाग, प्रतिपाल निवासी छछोनापुर ने तालाब में कटिया बल्ली डालकर किशोरी अंजली का शव तीन घंटे की मशक्कत के बाद निकाला जा सका। किशोरी अंजली के पिता पप्पू की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। माँ रेखा देवी का रो रोकर बुरा हाल हो गया। दीपू, गुलशन, कुंदन, गोल्डी, नईश, नन्दिनी अपने बहन भाईं में से अंजली तीसरे नम्बर की थी। महिला दारोगा इला सिंह ने शव के पंचायत नामे की कार्यवाही की।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट