लोन ऐप से डेटा चोरी, न्यूड फोटो बनाकर ब्लैकमेलिंग, देश में चीनी जालसाजी का बड़ा खुलासा; समझें ठगी का खेल
देश के लाखों लोगों को ठग चुके चीनी गैंग के जालसाजों से पूछताछ के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि वे मोबाइल हैक कर लोगों की निजी जानकारी चुरा लेते थे और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। आरोपी लोन देने की प्रक्रिया के बहाने पीड़ितों के फोन में मालवेयर इंस्टॉल कर हैकिंग को अंजाम देते थे।
इस तरह ठगते थे
पुलिस के मुताबिक, जालसाजों ने गूगल प्ले स्टोर पर कथित लोन कंपनी का ऐप डाला था। साथ ही एनबीएफसी का फर्जी एग्रीमेंट लेटर भी था। ऐप डाउनलोड करते समय कई तरह की अनुमति मांगी जाती थी। ऐप एसएमएस, कॉन्टेक्ट लिस्ट, फोटो गैलेरी और यहां तक कि गूगल अकाउंट तक का एक्सेस ले लेता था। साथ ही इस पर आधार कार्ड और पैन कार्ड भी साझा करने के लिए कहा जाता था। इसके बाद आरोपी लोन की प्रक्रिया पूरी करने के नाम पर भारत में बैठे जालसाज मैलवेयर इंस्टॉल कर फोन हैक कर लेते थे और निजी डाटा को चीन भेज देते थे।
फोटो-वीडियो से करते थे छेड़छाड़
चीन में बैठे जालसाज पीड़ितों की फोटो या वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे आपत्तिजनक बना देते थे। फिर इसे वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता था। यही नहीं, वीडियो या फोटो को कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भेजने की धमकी दी जाती थी। इससे घबराकर पीड़ित आरोपियों के खाते में रुपये भेज देते थे।
रुपये क्रिप्टो में बदल चीन भेजते थे
जालसाजों से पूछताछ में पता चला कि वे चालू व बचत खातों को एकमुश्त रकम देकर खरीद लेते थे। ठगी की रकम इन्हीं खातों में ट्रांसफर करते थे। इसके बाद इसको क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर चीन भेजा जाता था। वहीं, यहां फर्जी कॉल सेंटर में बैठे कॉलर लोगों को ऐप के जरिए आसान लोन का झांसा देते थे। इसके जरिए वे सारी जानकारी चुराकर चीन भेज देते थे। गिरोह का सरगना जांच एजेंसियों को चकमा देने के लिए कुछ दिनों पर एप के नाम भी बदल देता था, ताकि इसके बारे में किसी को भनक न लगे।