सीएम योगी आदित्यनाथ ने पेश की मानवता की मिसाल, सड़क किनारे फ्लीट रुकवाकर एंबुलेंस को दिया रास्ता; राहगीर भी रह गए हैरान
लखनऊ के हजरतगंज स्थित भाजपा कार्यालय से गुरुवार शाम को पांच कालिदास मार्ग लौटते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट अचानक धीमे हुई, फिर सड़क किनारे रुक गई। राहगीर भी भौंचक रह गये...। इसी समय सायरन बजाती एक एंबुलेंस वहां से गुजरी। ट्रैफिक पुलिस ने एंबुलेंस के निकल जाने के बाद फ्लीट को चलने का इशारा किया.. और मुख्यमंत्री का काफिला यहां से गुजर गया।
फ्लीट के जाने के बाद पता चला कि मुख्यमंत्री का काफिला जब भाजपा कार्यालय से आवास के लिये चला, तभी मुख्यमंत्री ने देखा कि हजरतगंज की तरफ से आ रही एक एंबुलेंस भी उनकी वजह से रोके गये ट्रैफिक में फंसी है। इस पर उन्होंने ड्राइवर से फ्लीट को किनारे रोकने को कहा। उनके सुरक्षाकर्मियों ने पायलट वाली गाड़ी तक मैसेज पहुंचाया और फ्लीट किनारे रोक दी गई।
इसके बाद ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सिपाही तुरंत एंबुलेंस की तरफ दौड़े। भीड़ के बीच से एंबुलेंस को निकाल कर उसे वहां से रवाना किया गया। मुख्यमंत्री की इस मानवता पर लोगों ने उनकी तारीफ की। पुलिसकर्मियों ने भी कहा कि अचानक फ्लीट रुकी तो वह घबरा गये थे कि क्या कुछ गड़बड़ हो गई है। पर, जब उन्हें असलियत पता चली तो वह भी मुख्यमंत्री की इस सहृदयता के कायल हो गये।
डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि कुछ सेकेंड के लिये ही फ्लीट रुकी थी। मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस को पहले निकलवाने का निर्देश दिया था। वैसे भी अगर वीवीआईपी आगमन के समय कोई एंबुलेंस फंसती है तो उसे जल्दी निकलवाने की कोशिश की जाती है। इसके लिये कई बार वैकल्पिक मार्ग से भी एंबुलेंस को निकाता जाता है।