ललितपुर थाने में रेप के बाद इंस्पेक्टर ने गढ़ दी फर्जी कहानी, गुनाह छिपाने के लिए बच्ची को भेजा था चाइल्ड लाइन
सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज ने किशोरी को चाइल्ड लाइन को सौंपने के लिए फर्जी कहानी गढ़ी थी। उसने किशोरी के माता-पिता को बुलाया न उन्हें बच्ची मिलने की सूचना दी। उसने सीधे यही बताया कि वह माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती, इसलिए उसे चाइल्ड लाइन को सौंपा जा रहा है।
अधिकारी मान रहे हैं कि उसने गुनाह छिपाने के लिए यह फर्जी कहानी गढ़ी। उधर चाइल्ड लाइन में काउंसिलिंग के दौरान किशोरी ने स्वयं के साथ हुई हैवानियत बयां कर दी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कड़े कदम उठाए। पुलिस की साख खराब करने वाले इस मामले में आरोपित इंस्पेक्टर ने मामला निपटाने के लिए तमाम प्रयास किए। पहले तो उसने लड़की के गायब होने की सूचना ही दर्ज नहीं की। शिकायत एसपी निखिल पाठक की जानकारी में पहुंचने के बाद कार्रवाई तेज हुई। इस पर उसे ले जाने वाले चारो लोग वापस लौटे और किशोरी को लेकर उसकी मौसी गुलाबबाई के पास पहुंच गए। मौसी को साथ ले जाकर किशोरी पुलिस को सौंप दी और खुद निश्चिंत हो गए। उधर, 27 अप्रैल को इंस्पेक्टर ने किशोरी को रात भर थाने में रोका। सुबह फिर वापस भेज दिया।