वीरपाल को शक था कि नत्थो के किसी व्यक्ति के साथ अवैध संबंध हैं। मंगलवार रात खाना खाने के बाद वीरपाल ने घर में मौजूद बच्चों को छत पर भेज दिया लेकिन उसकी बड़ी लड़की फिर भी नहीं गई।
देर रात वीरपाल ने नत्थो की गला दबाकर हत्या कर दी, फिर चुपचाप घर से निकल गया और मुजरिया थाने में जाकर समर्पण कर दिया।