भाजयुमो जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
कासगंज।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी के साथ कासगंज के भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुलदीप प्रतिहार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संगठन को लेकर चर्चा की। प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि आगामी चुनावों में जो भी जिम्मेदारी पार्टी द्वारा दी जाएगी, उसे युवा मोर्चा बखूबी निभाएगा।
निर्झर साहित्यिक संस्था द्वारा संस्थापक सुकवि जय मुरारी लाल सक्सेना 'अजेय' की 21 वीं 'पुण्यतिथि' एवं वार्षिक समारोह के अवसर पर प्रतिभा सम्मान एवं कवि- सम्मेलन गंगा देवी धर्मशाला में हुआ।
कसगज। कार्यक्रम में अध्यक्ष डॉ०सुरेन्द्र गुप्ता, मुख्य अतिथि अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत (पूर्व जिला जज) माननीय चन्द्र शेखर प्रसाद, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश बिड़ला, गोपाल माहेश्वरी, विनोद वार्ष्णेय तथा डा० सुभाष चन्द्र दीक्षित, 'निर्झर' संरक्षक डा० अखिलेश चन्द्र गौड़, अध्यक्ष डा० राम प्रकाश 'पथिक' तथा प्रबल- निदेशक डा० विमलेश अवस्थी आदि के द्वारा विधिवत माँ सरस्वती का पूजन- अर्चन कर संस्थापक सुकवि 'अजेय' के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया | तत्पश्चात डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ द्वारा माँ सरस्वती की बहुत सुन्दर वंदना के साथ आयोजन के पहले सत्र प्रतिभा सम्मान का शुभारंभ हुआ, इस क्रम में संस्थापक सुकवि अजेय स्मृति पुरस्कार देश के सुविख्यात कवि सोम ठाकुर, आगरा को तथा डा० नरेश बंसल स्मृति पुरस्कार डा० अनिल गहलौत 'भइया जी' मथुरा को राजमाता मीरा मान सिंह स्मृति पुरस्कार नगर की वरिष्ठ कवयित्री जगदम्बा चोला को तथा 'निर्झर' अपराजिता पुरस्कार विलक्षण प्रतिभा की धनी अलीगढ़ की वरिष्ठ चिकित्सक डा० रुबीना राठी, को प्रदान किया गया | नगर की प्रतिभा डा० नीरज सक्सेना का उच्च सेवा आयोग द्वारा चयन होने पर उन्हें शाल ओढाकर व स्मृति चिन्ह् प्रदान कर सम्मानित किया गया!इसी श्रृंखला में ग्रामीण अंचल मुहम्मद पुर -ढोलना के कवि होडिल सिंह वर्मा की कृत'नारी एक मर्यादा' तथा राव मुकुल मान सिंह क कृति 'सुहानी धरती, सुहाना सफर' अतिथियों द्वारा लोकार्पण किया गया |इसी क्रम में प्रखर पत्रिका के लिए सभागार में उपस्थित पत्रकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर, सम्मानित किया गया|तत्पश्चात आगरा से पधारे सम्मानित कवि सोम ठाकुर का शाल ओढाकर व स्मृति चिन्ह व अभिनंदन पत्र भेंट कर ,साहित्यिक गरिमा के साथ भावपूर्ण अभिनंदन किया गया |
दूसरे सत्र में मथुरा से पधारी कवयित्री रेनू उपाध्याय की सरस प्रस्तुति, "नेह नैनों के जल से निखर जायेंगे, प्रेम को सत्य का व्याकरण चाहिए" के साथ कवि- सम्मेलन का प्रारम्भ हुआ| तत्पश्चात श्रोताओं की पुरजोर मांग पर अभिनंदनीय कवि सोम ठाकुर को प्रारंभ में ही आमंत्रित किया गया, उन्होंने अनेक लोकप्रिय कविताओं को पढा़, उनकी हर प्रस्तुति को श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट मिली, सोम जी की पंक्तियाँ, "क़द नापने को मेरा बेचैन आसमां है, छोटा हूँ ज़िन्दगी से, पर मौत से लड़ा हूँ" को सुन ,श्रोतागण तालियाँ बजाते हुए, सम्मान में अपनी जगह खड़े हो गये थे | तदोपरांत आगरा के ही युवा ओज कवि मोहित सक्सेना ने पढ़ा, "नारी ममता की मूरत है तो चण्डी की भाषा है, भारत की हर नारी भारत माँ की परिभाषा है |" तत्पश्चात अलीगढ़ से पारी कवयित्री पूनम शर्मा 'पूर्णिमा' ने पढ़ा, "चक्रव्यूह में घेरकर करते हो तुम घात, था पौरुष यदि आप में, तो बाहर करते बात" इसी क्रम में भोगांव से पधारे कव डा० अरविंद पाल ने पढ़ा, "ज्ञान बाँटने को निकली माँ, ऋतु बसंत सी चले वयार" तत्पश्चात अलीगंज (एटा) से पारी कवयित्री डा० शैलजा दुवे ने बहुत साहित्यिक गीतों की सरस प्रस्तुति दी, उनका गीत, "ओ पिया रे, सच बता दो, क्या किन्हीं कोमल पलों में सुधि मेरी आती नहीं है" को बहुत सराहना मिली| सहसंयोजक मनोज शर्मा 'शलभ' ने पढ़ा,"आज सोम जी स्वयं सुधा बरसाने आए हैं"| डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ ने पढ़ा," बड़ी हिफाज़त से रखी, बिखर गयी जिंदगी " होरी लाल व्यास ने पढ़ा,"सागर में कितना पानी कोई समझ न पाया " डा० राम प्रकाश 'पथिक' ने पढा, "बदरा सी झार- झार धरती हैं अखियाँ" संयोजक अखिलेश सक्सेना ने पढ़ा, " मैं रात- रात भर रहूं तुम्हारी यादों में "ओजकवि मनोज 'मंजुल' ने पढ़ा, " वतन का तराना बदलना पड़ेगा " संचालक कवि निर्मल सक्सेना ने गीत
पढ़ा, " सागर टकरा हमसे हम बिना सहारे हैं "अध्यक्षता कर रहे डा० सुरेन्द्र गुप्ता ने पढ़ा, " जीवन की लम्बी राहों में बहुतों से मिलना होता है " इसके अतिरिक्त सोरों के युवा गीतकार मनोज 'मधुवन' , पारुल बंसल, देवेन्द्र शर्मा 'भ्रमर', आदि ने भी सुंदर काव्य पाठ किया! कार्यक्रम के समापन पर सभी कवियों अतिथियों का शाल ओढाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया | कार्यक्रम का अभूतपूर्व संयोजन अखिलेश सक्सेना ने किया तथा कवि- सम्मेलन का सफल संचालन निर्मल सक्सेना ने किया | डा० अखिलेश चन्द्र गौड़ व डा० सुरेन्द्र गुप्ता ने सभी के प्रति अपना आत्मीय आभार व्यक्त किया| कार्यक्रम में सतीश चन्द्र माहेश्वरी, स्वागताध्यक्ष मधुर पुंढीर, आलोक सक्सेना, मनोज सिंघल, अतुल पाटकर, अतुल सक्सेना आदि का अथक सहयोग रहा, वहीं नवल कुलश्रेष्ठ, डा० आदर्श मोहन राठी, आदर्श सक्सेना एड०, डा० अशोक देव, डा० भवानी शंकर शर्मा, डा० संजय सिन्हा, अचिंत सक्सेना, नितिन जौहरी,अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिलाध्यक्ष के के सक्सेना, प्रशांत सक्सेना, अमित कावरा, राजेन्द्र बौहरे, डा० सपना अग्रवाल, बसंत कुमार शर्मा, संतोष अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश, डा० वीरेन्द्र सिंह, देवेन्द्र झा, अश्वनी अग्रवाल सहित अन्य प्रबुद्ध श्रोताओं की उपस्थिति भी सराहनीय रही |