1 साल से भटक रहा मनरेगा मजदूर नहीं मिल रही मजदूरी अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं
फर्रुखाबाद
नवाबगंज विकासखंड के गांव पत्योरा निवासी मजदूर अजंट सिंह पाल पुत्र लालता पाल ने 1 साल पहले अपने ग्राम पंचायत में मनरेगा द्वारा कार्य किया था जिसका रुपया अभी तक उनके खाते में नहीं आया है मजदूर अजंट सिंह का कहना है कि हमने 1 साल पहले जो कार्य किया था उसका रुपया सेक्रेटरी के खाते में पहुंच गया है सेक्रेटरी से हम अपनी मजदूरी के रुपए मांगते हैं कि आप मेरे रुपए दे दो जो आपके खाते में पड़ गए हैं तब मुझे ब्लॉक नवाबगंज में अधिकारी व सेक्रेटरी चाय पिला करके और बातें बता कर के लौटा देते हैं
हमने कई बार आकर के ब्लॉक में शिकायत दर्ज की अभी तक हमें कोई रुपए नहीं दिए गए हैं एक दो बार सेक्रेटरी ने 100 ₹50 दे कर के वापस कर दिया और रुपए देने के लिए तैयार ना होता है और हमने अभी इस साल जो कार्य किया था उसके रुपए हमारे खाते में डाले गए हैं पिछले रुपए हमें अभी तक नहीं दिए जा रहे हैं हमारे पास इस वैश्विक महामारी में रुपए की कंगाली है एक भी रुपया हमारे पास नहीं है जो की हम अपनी खेती को भी सीचना मुश्किल है और मुझे बच्चे पालना भी मुश्किल पड़ रहा है ग्राम प्रधान रघुनंदन सिंह से हमने बोला है कि हमारे रुपए दे दो तो प्रधान ने एक ना सुनी मजदूर अजंट सिंह का कहना है कि हमारे गांव में ग्राम प्रधान और पंचायत मित्र मिलकर के मनरेगा मजदूरों का रुपया खुद निकाल लेते हैं और कुछ मजदूर मजदूरी करने नहीं जाते हैं फिर भी उनके खाते में रुपए यह लोग डाल देते हैं बाद में उनसे खुद ले लेते हैं मजदूरों को कुछ रुपए दे देते हैं और सारे रुपए खुद मिलकर के बंदरबांट कर लेते हैं हम ब्लॉक नवाबगंज में कई चक्कर लगा चुके हैं हमारी एक न सुनी जा
ती है मुझे एक-दो दिन की कह करके लौटा दिया जाता है आज तक हमारे खाते में रुपए नहीं आए हैं
ब्यूरो रिपोर्ट
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परिमाल सिंह