पुलिस की कार्यशैली से नाराज़ पीड़ित पहुंचा एस पी दरबार, नही मिला न्याय
दीदारगंज/आजमगढ़
पुलिस की कार्यशैली से नाराज़ पीड़ित परिवार पहुंचे एसपी दरबार, वहां भी कोई सुनवाई नही होने पर पीड़ित परिवारों ने मीडिया का सहारा लिया है । मामला दीदारगंज थाना क्षेत्र के राजापुर शेखवलिया गांव का है, वहां के जगदीश चौहान पुत्र तपेश्वर चौहान ने बताया कि मेरे पट्टीदार इंद्राज, सिजोर, मुरलीधर पुत्रगण जोखन, राजकपूर श्याम चौहान पुत्रगण दूधनाथ चौहान, गीता पत्नी मुरलीधर, सीता पत्नी सिजोर, राजकुमारी पत्नी राजकपूर द्वारा पूर्व में कई बार मुझको और मेरे परिवार को मारपीट चुके हैं जिसका मुकदमा भी दीदारगंज थाने में दर्ज है,
जगदीश चौहान ने बीते 21 मई को पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ से लिखित प्रार्थना पत्र देकर उपरोक्त पट्टीदारों के उपर आरोप लगाया कि उनके द्वारा खडंजा को तोड़कर नाली बना दिया गया जिसमें उनके नाबदान एवं हैंडपंप का पानी बहता है, उसी रास्ते से 19 मई को मेरा लड़का धीरज चौहान व अभय चौहान मोटरसाइकिल से बाजार से अपने घर वापस लौट रहे थे कि खोदे गए नाली से विपक्षी के उपर पानी का छिट्टा चला गया, जिससे दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और उपरोक्त विपक्षी पट्टीदारों ने मेरे दोनों लड़कों को सिर में लाठी डंडे से मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया शोरगुल सुनकर पहुंचे लोगों ने किसी तरह से बीच बचाब किया, किंतु स्थानीय थाने की पुलिस ना तो मारने पीटने वाले विपक्षी के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रही है ना तो गिरफ्तार कर रही। जगदीश चौहान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ को प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी ना तो स्थानीय पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे हमारा पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है। उन्होंने बताया कि मुकदमा में चार्जशीट लगाने के लिए विवेचना कर रहे थाने के उपनिरीक्षक द्वारा हमसे पैसे की 25 से 30 हजार रुपए की मांग की जाती है, और कहा जाता है कि अगर पैसा नहीं दोगे तो चार्जशीट नहीं लगायेंगे। इस बारे में पूछे जाने पर उपनिरीक्षक ने बताया कि हमारे उपर लगाये गए आरोप निराधार है। वहीं जगदीश चौहान ने उच्चाधिकारियों से न्यूज के माध्यम से जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग किया है।