जामा मस्जिद राजापुर थाना कैंट द्वारा आगामी ईद उल फितर के दृष्टिगत लोगो से घरो में रहकर ईद मनाने की अपील की गयी
प्रयागराज
मौलाना हाफिज अल्लाहुद्दीन , जामा मस्जिद राजापुर थाना कैंट द्वारा आगामी ईद उल फितर के दृष्टिगत लोगो से घरो में रहकर ईद मनाने की अपील की गयी|
साथ ही साथ हाफिज अल्लाहुद्दीन ने सभी राजापुर के लोगो को घरों मे रहकर ईद की नमाज पढ़ने की नीयत वा तारिके बताये|
कोरोना संकट को देखते हुए इस साल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही ईद का त्योहार मनाना होगा .
इस्लाम धर्म में ईद (Eid al-Fitr 2020) का विशेष महत्व है. इस्लाम के अनुयायियों के लिए यह सबसे बड़ा त्योहार भी है. रमज़ान (Ramzan) के महीने में पूरे 30 दिन तक रोज़े रखने के बाद ईद मनाई जाती है.
भाईचारे और खुशियों का यह त्योहार है ही ऐसा कि इसकी आमद से लोग पुरानी रंजिशें भूलकर एक-दूसरे के गले मिल जाते हैं. यह मिलने-मिलाने का त्योहार है, लेकिन इस बार कोरोवायरस की वजह से यह पहली ईद (Eid) होगी, जब लोग किसी से मिलने नहीं जाएंगे.
यानी कि घर पर रहकर सिर्फ परिवार के साथ ही ईद की खुशियां बांटी जाएंगी.
रिपोर्ट मोहम्मद साबिर
मौलाना हाफिज अल्लाहुद्दीन , जामा मस्जिद राजापुर थाना कैंट द्वारा आगामी ईद उल फितर के दृष्टिगत लोगो से घरो में रहकर ईद मनाने की अपील की गयी|
साथ ही साथ हाफिज अल्लाहुद्दीन ने सभी राजापुर के लोगो को घरों मे रहकर ईद की नमाज पढ़ने की नीयत वा तारिके बताये|
कोरोना संकट को देखते हुए इस साल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही ईद का त्योहार मनाना होगा .
इस्लाम धर्म में ईद (Eid al-Fitr 2020) का विशेष महत्व है. इस्लाम के अनुयायियों के लिए यह सबसे बड़ा त्योहार भी है. रमज़ान (Ramzan) के महीने में पूरे 30 दिन तक रोज़े रखने के बाद ईद मनाई जाती है.
भाईचारे और खुशियों का यह त्योहार है ही ऐसा कि इसकी आमद से लोग पुरानी रंजिशें भूलकर एक-दूसरे के गले मिल जाते हैं. यह मिलने-मिलाने का त्योहार है, लेकिन इस बार कोरोवायरस की वजह से यह पहली ईद (Eid) होगी, जब लोग किसी से मिलने नहीं जाएंगे.
यानी कि घर पर रहकर सिर्फ परिवार के साथ ही ईद की खुशियां बांटी जाएंगी.
रिपोर्ट मोहम्मद साबिर