मोटर मालिक की दबंगई ड्राइवर की सैलरी देने से कर रहा आना कानी ड्राइवर ने गाड़ी लाकर अपने घर खड़ी कर ली
फर्रुखाबाद
नवाबगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव कुतुबुद्दीन पुर निवासी ओम नंदन पुत्र जगरूप सिंह कई महीनों पहले गाजियाबाद में धीरज नामक मालिक की कैंटर गाड़ी चलाता था
कई महीने तक जब गाड़ी चलाता रहा तो ड्राइवर को खाना खर्चा के रूप में कुछ मुद्राएं दे दिया करता था
बाकी सैलरी देने से आनाकानी कर रहा था तभी ड्राइवर ने मालिक को चकमा देकर के अपने घर लाकर खड़ी कर ली जब गाड़ी खड़ी कर ली तभी मालिक ने पुलिस से सांठगांठ करके ड्राइवर पर फर्जी मुकदमा लिखवा दिया गाड़ी मालिक ने ड्राइवर के घर से पुलिस को भेजकर और यहां की स्थानीय पुलिस नवाबगंज और अपने गाजियाबाद की पुलिस को भेजकर गाड़ी को अपने हवाले कर लिया ड्राइवर को रुपए देने से अभी भी दबंगई के रूप में बात कर रहा है गाड़ी मालिक ड्राइवर पर ही अपने रुपए थोप रहा है
ड्राइवर ओम नंदन का कहना है कि हमारे रुपए गाड़ी मालिक पर ₹60000 बाकी हैं गाड़ी पुलिस लेकर के चली गई ड्राइवर को कोई रुपया नहीं दिया गया बेचारा कई महीनों तक उसके यहां मजदूरी करता रहा फिर भी उसे मजदूरी का ₹1 भी नहीं मिला
नवाबगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव कुतुबुद्दीन पुर निवासी ओम नंदन पुत्र जगरूप सिंह कई महीनों पहले गाजियाबाद में धीरज नामक मालिक की कैंटर गाड़ी चलाता था
कई महीने तक जब गाड़ी चलाता रहा तो ड्राइवर को खाना खर्चा के रूप में कुछ मुद्राएं दे दिया करता था
बाकी सैलरी देने से आनाकानी कर रहा था तभी ड्राइवर ने मालिक को चकमा देकर के अपने घर लाकर खड़ी कर ली जब गाड़ी खड़ी कर ली तभी मालिक ने पुलिस से सांठगांठ करके ड्राइवर पर फर्जी मुकदमा लिखवा दिया गाड़ी मालिक ने ड्राइवर के घर से पुलिस को भेजकर और यहां की स्थानीय पुलिस नवाबगंज और अपने गाजियाबाद की पुलिस को भेजकर गाड़ी को अपने हवाले कर लिया ड्राइवर को रुपए देने से अभी भी दबंगई के रूप में बात कर रहा है गाड़ी मालिक ड्राइवर पर ही अपने रुपए थोप रहा है
ड्राइवर ओम नंदन का कहना है कि हमारे रुपए गाड़ी मालिक पर ₹60000 बाकी हैं गाड़ी पुलिस लेकर के चली गई ड्राइवर को कोई रुपया नहीं दिया गया बेचारा कई महीनों तक उसके यहां मजदूरी करता रहा फिर भी उसे मजदूरी का ₹1 भी नहीं मिला