किसानों के खिलाफ़ लाये गये अध्यायदेश को वापस लेने की मांग
समस्तीपुर ( जिला संवाददाता ) वतन विकाश संगठन के स्थानीय क्षेत्रिय कार्यालय आज़ाद चौक समस्तीपुर में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सैयदुल् ज़फ़र अंसारी ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा की न्यूनतम समर्थन मूल्य( एम. एस. पी. ) को खत्म करने के लिए कृषि विधेयक पास कराया गया है ।
इस विधेयक (बिल) से कार्पोरेट जगत को फायदा होगा , जबकि किसानों को नुकसान होगा ,
विधेयक किसानों के आत्मा पर चोट है यें गलत तरीके से तैयार किये गए हैं।
मौजूदा केंद्र सरकार का इरादा MSP को खत्म करके कार्पोरेट जगत को बढावा देने का है और ये विधेयक देश के संघीय ढांचा के साथ भी खिलवाड़ है । जिन्हें आप फायदा पहुंचाना चाहते है वे इन्हें स्वीकार करने के लिए नहीं तैयार है ऐसे मेें नये कानूनों की क्या ज़रूरत है। आगे
श्री अंसारी ने कहा है कि देश के किसान अब पढ़े लिखे है वे सरकार के नियत को साफ समझते है ,अगर सरकार की नियत साफ होती तो भाजपा के सबसे पुरानी सहयोगी पार्टी अकाली दल इस विधेयक का विरोध क्यों कर रही है । 2015 की शांता कुमार समिति की रिपोर्ट का हवाला भी दिया । इस मौके
पर मौजूद अंज़ारूल हक़ सहारा ने कहा की कृषक उपज , व्यापार और वाणिज्य, (संवर्धन और सरलीकरण) अध्यादेश 2020 तथा कृषक ( सशक्क्तिकरण और संरक्षण) कीमतें अरनासन् और कृषि सेवा पर करारा अध्यायदेश 2020 को अस्वीकार करने के लिए संकल्प लेना होगा । कृषि राज्य का विषय है ऐसे में केंद्र सरकार इस प्रकार का फैसला कैसे ले सकी है । श्री सहारा ने कहा की अध्यायदेश जारी होने के बाद ही पूरे देश मे किसान संगठन व सामाजिक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं । सरकार से दोनो विधेयक तथा अध्यायदेश वापस लेने की मांग की तथा दोनों विधेयकों को प्रवर समिति में भेजने की मांग की ।
इस मौके पर मौजूद , मो0 अज़ीम, मो0 इमतियाज़, शकील उसमान, मो0 जावेद, मो0 मसरूर आलम (बऊआ) मो0 शमशाद , मो0 इस्लाम, अब्दुल जब्बार राईन, मो0 निजाम , मो0 साजिद अहमद, मो0 शाकिब अहमद सहित अन्य लोगों ने भी अपना अपना ख्याल ज़ाहिर किया ।
समस्तीपुर से अब्दुल कादिर की रिपोर्ट