समाजवादी पार्टी की हाईपावर कमेटी ने फर्रुखाबाद जिलाधिकारी से मिलकर रखी अपनी बात
फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष नदीम अहमद के मुकदमे के मामले में पार्टी की ओर से नियुक्त उच्च स्तरीय समिति ने शुक्रवार को जिलाधिकारी से भेंट कर अपनी बात रखी।
विगत चार नवंबर को सपा जिलाध्यक्ष नदीम फारूकी व उनके 18 समर्थकों को नामजद और 500 अज्ञात लोगों पर मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिनजक भाषणबाजी करने व धार्मिक उन्माद फैलाने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले में नदीम फारूकी अभी तक फरार हैं। उनके दो समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जा चुका है। मामले में जांच के लिए समाजवादी पार्टी की ओर से पूर्व सांसद मुन्नू बाबू की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था। इसमें विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह, अरविद प्रताप सिंह, सुबोध यादव, सचिन यादव को शामिल किया गया है। शुक्रवार को इस कमेटी ने बैठक के बाद जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह से उनके आवास पर पूर्व सांसद मुन्नू बाबू विधान परिषद सदस्य उदयवीर सिंह, अरविद प्रताप सिंह, सुबोध यादव, सचिन यादव आदि ने पहुंचकर भेंट की। जिलाधिकारी से मिलकर लौटने पर कमेटी के अध्यक्ष मुन्नू बाबू ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि प्रशासन कोई एक व्यक्ति नहीं होता है।
इसमें दारोगा व लेखपाल से लेकर एसपी व डीएम तक पूरी प्रशासनिक मशीनरी शामिल होती है। उनकी वरिष्ठ अधिकारियों से बात हुई है। सपा एमएलसी उदयवीर सिंह व अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि जिलाध्यक्ष के खिलाफ कई धाराएं ऐसी लगी हैं जो उनके भाषण के आधार पर बनती नहीं हैं। उनके भाषण में कुछ भी राष्ट्रविरोधी नहीं है। लोकतंत्र में सत्तारूढ़ दल या उसका मुखिया के विरोध को राष्ट्र विरोध नहीं कहा जा सकता है। जिलाधिकारी ने न्यायसंगत कार्रवाई का भरोसा दिया है। जिलाध्यक्ष के अभी तक फरार चलने के सवाल पर बताया गया कि न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
ब्यूरो चीफ सोनू राजपूत की रिपोर्ट