भारतीय किसान यूनियन ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
फर्रूखाबाद। केन्द्रीय कृषि कानून को किसान विरोधी होने के मामले को लेकर पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र में इटावा-बरेली हाईवे मार्ग को जाम लगाये जाने के प्रयास को विफल कर दिया।
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अरविन्द राजपूत के नेतृत्व में देश के कई प्रांतों में केन्द्रीय कृषि कानून को किसान विरोधी होने के मामले को लेकर इटावा-बरेली हाईवे मार्ग पर फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र में रिलायंस पेट्रोल पम्प के समीप जाम लगाने के सारे प्रयास पुलिस उपाधीक्षक सोहराब आलम के नेतृत्व में पुलिस व पीएसी ने यूनियन कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की के बाद भी विफल कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि केन्द्रीय कृषि कानून किसान विरोधी को वापस लिया जाये, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून के दायरे में लाकर मूल्य समर्थन से नीचे खरीद करने वालों पर कार्यवाही की जाये। किसानों के सभी तरह से पिछले वर्षों में माफ किये जाये, लॉकडाउन में किसानों के हुये नुकसान की भरपाई भारत सरकार पैकेज देकर करे। यूनियन कार्यकर्ताओं ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन फर्रूखाबाद तहसीलदार सदर राजू कुमार को सौंपा। इस अवसर पर राधे सेवक सक्सेना, मनोरमा देवी, गुड्डी देवी, हरिओम अग्निहोत्री, सुषमा सिंह, तारा देवी आदि प्रमुख थे।
ब्यूरो चीफ सोनू राजपूत की रिपोर्ट