आर्य समाज वैदिक क्षेत्र ने किया महिला सम्मेलन का आयोजन
फर्रुखाबाद। मेला श्री रामनगरिया के वैदिक क्षेत्र चरित्र निर्माण शिविर में आज महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जिस में आई हुई नारी जगत की विदुषीयु ने महिलाओं सशक्तिकरण पर अपने विचार प्रकट कर वर्तमान परिदृश्य में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला कार्यक्रम का शुभारंभ सुरभि आर्य ने ईश्वर वंदना के साथ किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय निनौआ के प्राचार्य डॉ शालिनी रही उन्होंने कहा कि नारी को अपने अस्तित्व की रक्षा स्वयं करनी होगी देश की प्रगति में नारियों का योगदान पुरुषों से कम नहीं है
फिर भी महिलाओं को हीन भावना से देखा जाता है आज की नारी को अबला नहीं सबला बनाने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद का नारी जाति पर बहुत बड़ा उपकार है जो मध्यकाल में जिस नारी को लोग पैरों की जूती समझते थे
उसे पढ़ने का अधिकार दिला कर जगदंबा के सिंहासन पर बैठा दिया आज आर्य समाज के विद्यालयों वा कन्या गुरुकुलो में पढ़कर हर वर्ष हजारों कन्याएं विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं मथुरा से आई बंदना शास्त्री वा घोषा शास्त्री ने युगल वर्ग में देवियों देश की जाग जाएं अगर युग स्वय ही बदलता चला जाएगा गीत द्वारा नारी शक्ति को जागृत किया ।उदिता आर्य बेटियों को बचा लो बेटों की तरह पालो गीत द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया गीता भारद्वाज ने काव्य पाठ द्वारा नारी जाति को जागृत किया साध्वी हरि प्रिया जी ने कहा कि एक कन्या कई घरों को रोशन करती है इसलिए उसका शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है दिव्या रामायणी साधना शास्त्री आदि ने भी विचार व्यक्त किए कु श्रुति कीर्ति आर्य ने स्वागत गीत गाया संचालन डॉ ओमकार सिंह ने किया