देवसनी विस्फोट मामले में मृतकों सहित चार पर मुकदमा
मेरापुर फर्रुखाबाद । बीते दिन घर में हुये विस्फोट के मामले में पुलिस ने मृतकों सहित चार पर संगीन धाराओं में मुकदमा कायम कर जांच पडताल शुरु कर दी।
मेरापुर थाने की महिला दरोगा इला सिंह ने देवसनी निवासी निरंजनलाल दिवाकर पुत्र रनवीर सिंह,निरंजनलाल के मृतक नाबालिग बेटे अनुराग व मेरापुर थाने के गांव साहबगंज निवासी मृतक राम महेश उर्फ मुन्ना जाटव पुत्र रामसनेही,और मुन्ना के गंभीर रूप से झुलसे नाबालिग भाई अजीत पर
विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत धारा 3,4,5 एवं जनहानि होने के मामले में धारा 304 के तहत मुकदमा कायम कराया है।
मुकदमे में कहा गया है कि निरंजन लाल की पत्नी राजकुमारी ने बताया कि अजीत व मुन्ना आतिशबाजी का काम करते थे एवं मेरे पति निरंजन लाल रंगशाला का कार्य करते हैं इसलिए इन लोगों का मेरे घर पर आना जाना था इन्हीं लोगों द्वारा विस्फोटक पदार्थ फर्रुखाबाद से खरीद कर लाया गया था घातक विस्फोटक पदार्थ निरंजन लाल की सहमति से घर में भंडारण किया गया था उपरोक्त लोगों के पास विस्फोटक पदार्थ खरीद कर लाने व भंडारण करने, व चलाने का लाइसेंस नहीं था।
मालुम हो कि बीते दिन रविवार को अचानक हुये निरंजनलाल के मकान में विस्फोट से निरंजन लाल का घर खंडहर में तब्दील हो गया था।
जिससे अनुराग व अजीत गंभीर रूप से झुलस गये थे। और राम महेश मलबे में दब गया था मलबे से राम महेश के अध जले शव को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया था।
सूचना पर मौके पर पंहुची डायल 112 पुलिस ने अनुराग व अजीत को मोहम्मदाबाद सीएचसी में भर्ती कराया था जहां से डॉक्टर ने लोहिया के लिए रेफर कर दिया था लोहिया से अनुराग को सैफई के लिए रिफर कर दिया गया था।
लेकिन परिजन अनुराग को सैफई न ले न ले जाकर छिवरामऊ सौशय्या अस्पताल छिवरामऊ कन्नौज ले गये थे जहां रविवार की रात उपचार के दौरान अनुराग ने दम तोड़ दिया जिससे परिवार में कोहराम मच गया।
सोमवार को छिवरामऊ पुलिस ने अनुराग के शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामे की कार्रवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल कन्नौज भेज दिया पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया।परिजनों ने सोमवार को संकिसा काली नदी पुल के पास ले जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
अजीत का उपचार चल रहा है।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट