गोली मारने के मामले में पूर्व प्रधान सहित कई लोग जानलेवा हमले के मुकदमे में फंसे,जांच शुरू
मेरापुर फर्रुखाबाद। थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत जरहरी के गांव बसईखेड़ा निवासिनी ग्राम प्रधान सुमन देवी के पति अवनीश कुमार यादव पुत्र सुरेश चन्द्र ने गांव के ही श्यामपाल, प्रेम पाल, विजयपाल, वीर पाल पुत्रगण जागेश्वर दयाल, राहुल कुमार व विवेक कुमार पुत्रगण हर वीर सिंह एवं ग्राम पंचायत जरहरी के गांव नगला खोटा निवासी पूर्व प्रधान अरविंद कुमार यादव पुत्र सत्यराम व पूर्व प्रधान अरविंद के भाई देवेंद्र कुमार यादव के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया है।
तहरीर के अनुसार अवनीश की पत्नी ग्राम प्रधान पद का चुनाव जीत गईं हैं चुनाव जीतने के कारण उपरोक्त आरोपी गण चुनावी रंजिश मानते हैं।
14 अक्टूबर समय दिन के 11:00 बजे आरोपी गणों ने वादी के खेत में खडी़ सरसों की फसल से ट्रैक्टर निकाल दिया। जब इस बात का वादी के पिता सुरेश चन्द्र, चाचा रनवीर सिंह ने विरोध किया तो सभी आरोपी गाली गलौज कर पिता व चाचा के साथ मारपीट करने लगे श्यामपाल व वीर पाल के कहने पर पूर्व प्रधान अरविंद ने तमंचे से जानलेवा फायर कर दिया।जो सुरेश के दाहिनी बाजू में लग गया। इसी दौरान विजयपाल ने धारदार हथियार से सुरेश के सिर पर वार कर दिया जिससे सुरेश सिंह बुरी तरह से घायल हो गए राहुल व विवेक द्वारा लोहे की राड से किए गए हमले से वादी के चाचा रनवीर भी घायल हो गए। इसके बाद सभी आरोपी वादी के घर में घुस गए। और वादी के बीमार चचेरे भाई प्रदीप पर जानलेवा हमला कर दिया तथा श्याम पाल ने प्रदीप के ऊपर तमंचे से फायर कर दिया तमंचे से निकली गोली प्रदीप के सिर में जा लगी जिसे प्रदीप भी गंभीर रूप से घायल हो गया। शोरगुल सुनकर गांव के लोगों के आ जाने पर उपरोक्त सभी आरोपी जान से मार देने की धमकी देते हुए मौके से भाग गए।
सूचना मिलने पर कायमगंज क्षेत्राधिकारी सोहराब आलम मेरापुर थाना अध्यक्ष देवी प्रसाद गौतम आदि फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल हुए उपरोक्त लोगों को सीएचसी कायमगंज में उपचार के लिए भर्ती करवाया था। जहां से गंभीर घायलों को लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था।
मेरापुर थाना अध्यक्ष देवी प्रसाद गौतम ने बताया तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है मुकदमे की जांच अचरा चौकी इंचार्ज हरि ओम प्रकाश त्रिपाठी को सौंपी गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट