नहीं तो बहू-बेटियों को उठा ले जाते ,नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आए परिवार ने सुनाया दर्द
नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से बाड़मेर पहुंचे दस सदस्यीय दलित परिवार की कहानी पाकिस्तान में हिंदुओं का दर्द बयां करती है।
पीड़ित परिवार का कहना है कि धार्मिक उत्पीड़न का शिकार होकर उन्हें पाकिस्तान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनका कहना है कि वे पाकिस्तान नहीं छोड़ते तो कट्टरपंथी उनकी बहू-बेटियों को उठा ले जाते और मार डालते। ऐसे में उनके पास भारत आने के सिवा और कोई रास्ता नहीं बचा था।