रोड पर घूम रहे कुत्ते की बजह से हुआ भयानक हादसा। हादसे में 45 वर्षीय सूरज मुखी की मौत हो गई।
कासगंज - बिलराम से कासगंज की ओर अपनी बाइक से आ रहे माँ और बेटे।जब वह दोनों गांव पट्टी नगला से निकल रहे थे। तभी बहा से एक कुत्ता रोड पर आ गया ।और बाइक
कुत्ते से टकराने पर गिर गई । बही मुनीश कुमार के कुछ
गम्भीर चोट आई।और दाता राम की पत्नी सूरज मुखी सिर
के बल गिरी ।उन्हें सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
*सड़क पर घूम रहे कुत्ते की बजह से हुआ भयानक सड़क हादसा, हादसे में 45 वर्षीय महिला सूरजमुखी की मृत्यु हो गई और बेटा मुनेश को आईं गम्भीर चोटें*
जनपद कासगंज
घर से निकल कर कब क्या हो जाये यह कोई नहीं जानता , इंसान घर से अच्छा खासा निकलता है यह सोचकर कि मैं अपना काम करके सुरक्षित घर वापस आऊंगा, लेकिन कभी कभी इंसान चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता जब किस्मत ही रूठी हो। हाल ही में हुआ एक हैरतंगेज हादसा सामने आया है जहां सड़क हादसे में लगभग 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई। सूरजमुखी पत्नी दाताराम निवासी नगला किलोनी जनपद कासगंज आज सड़क हादसे का शिकार हो गईं। परिवार वालों को क्या पता था कि आज उनकी किस्मत इतनी रूठ जाएगी कि सूरजमुखी अब कभी घर वापस नहीं लौटकर आएंगी, क्या पता था कि आज परिवार ही नहीं दुनियाँ छोड़कर चली जाएंगी। और आज हादसा होने के चलते सूरजमुखी ने सबको अलविदा कह दिया।
सूरजमुखी आज 29 अगस्त 2022 को अपने बेटे मुनेश कुमार के साथ अपने गांव नगला किलोनी से मुहम्मदपुर ढोलना मन्दिर में पूजा करने गईं थीं पूजा करके लौटते समय नगला पट्टी गांव पर सड़क पर घूम रहा एक कुत्ता अचानक बाइक के आगे आ गया मुनीश कुमार ने भरसक प्रयास किया बाइक को नियंत्रित करने का लेकिन कुत्ते के अचानक आगे आ जाने से बाइक नियंत्रित नहीं हो पाई और कुत्ते में जा लगी जिससे बाइक गिर गई और सूरज मुखी बाइक से नीचे सड़क पर जा गिरी , सूरजमुखी को काफी गंभीर चोट लग गई अपनी मां को देख बेटा मुनेश भी घबरा गया हालांकि बेटे मुनेश को भी काफी चोटें आईं फिर भी आनन फानन में बेटे ने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को ई रिक्शा में बैठाकर कासगंज उपचार के लिए ले गया । रास्ते से ही मुनेश ने अपने भाई सतीश कुमार और अमित कुमार को कॉल करके बुला लिया दोनों भाई अपनी कार लेकर आ गये ,शीघ्र ही तीनों भाइयों ने अपनी मां को ई रिक्शा से उतारकर कार में बैठा लिया और कलावती अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों के द्वारा देखा गया तो उन्होंने सूरज मुखी को बेहतर इलाज की सलाह दी और जिला अस्पताल ले जाने को कहा । उसके बाद सभी परिजन सूचना मिलते ही इकठ्ठे हो गए और सूरज मुखी को जिला अस्पताल मामों ले गए। वहां इलाज के दौरान सूरजमुखी की मृत्यु हो गई , परिजनों ने सूरजमुखी के मृत शरीर को घर लाकर अंतिम विदाई देते हुए दाहशंष्कार कर दिया।
व्यूरो रिपोर्ट
आजतक24न्यूज
कासगंज