महिला उपासिकाओ ने भगवान बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला
संकिसा फर्रुखाबाद। बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा भदंत विजय सोम इंटर कॉलेज में चल रहे कार्तिक कौमुदी महोत्सव में मंगलवार को प्रातः 10:00 बजे पूजा बंदना हुई।
जिसके बाद बौद्ध उपाशिका सुधा के नेतृत्व में महिला सम्मेलन हुआ जिसमें महिला उपासिकाओ ने भगवान बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला
इसके बाद दोपहर के समय धम्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें भिक्षुओ ने चीवरदान के बारे में बताया भन्ते करमापा माथेरा ने बताया कि आज के दिन चीवर दान करने का आखिरी दिन है आज के बाद 1 वर्ष की कठिन धम्मपाद के बाद पुनः चीवर दान शरद पूर्णिमा से से शुरू होगा सभी बौद्ध उपासक एवं उपासिकों तथा बौद्ध भिक्षु धम्म यात्रा पंडाल से लेकर बौद्ध स्तूप तक गए
वहां पर स्तूप की पूजा अर्चना अगरबत्ती तथा मोमबत्ती लगाकर की तथा प्रसाद वितरण किया बुद्ध वंदना एवं परित्राण पाठ तथा पंचशील का पाली भाषा में उच्चारण किया इस अवसर पर सुनील दत्त एडवोकेट, होरी लाल शाक्य, देवेश शाक्य अनुज शाक्य आदि उपस्थित रहे।
भन्ते अश्वघोष ने बताया कि श्रावस्तीनगर में बुद्ध के यमक प्रतिहार को देखकर 500 युवक महास्थिवर सारिपुत्र के शिष्य के रूप में भिच्छू बन गए और बे उन्हें लेकर संकिसाआए संकिसा द्वार पर वर्षावास करने लगे तथागत के संकिसा नगर के द्वार पर वर्षावास करने लगे तथागत के संकिसा नगर के द्वार पर पधार थे ही सारिपुत्र महा स्थिर ने इसी कार्तिक पूर्णिमा के वर्षावास के समाप्त होने की घोषणा की एवं समस्त भिक्षुओं से भिख्खू चरण कहकर मानव हित में विचरण करने का उपदेश दिया देर रात तक बौद्ध गीत नाटक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम पंडाल में चलते रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट