15 मई से विशेष क्षय रोगी खोज अभियान शुरू
अभियान को सफल बनाने हेतु सीएचओ का दो दिवसीय प्रशिक्षण
ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में सीएचओ टीबी चैम्पियन के सहयोग से बैठक कर टीबी रोगियों को करेंगे जागरूक
दो हफ्ते से ज़्यादा खांसी, बुखार वाले लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची बनाकर चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी आशा
कासगंज 12 मई 2023।
देश को वर्ष 2025 टीबी मुक्त बनाने के लिए आगामी 15 मई से क्षय रोगियों को खोजने 21 दिवसीय विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसमें टीबी रोगियों को खोजा जाएगा। इस विशेष अभियान के तहत मंगलवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में 121 स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को अभियान में उनकी भूमिका एवं जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। यह जानकारी क्षय रोग नोडल अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला ने दी।
क्षय रोग नोडल अधिकारी ने कहा कि 15 मई से चलने वाले इस अभियान को 21 कार्य दिवसों तक चलाया जाएगा। इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) के जरिए क्षय रोगियों को खोजने का काम किया जाएगा। इसके लिए जनपद के समस्त 130 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तीन -तीन शिविर हर सप्ताह लगाए जाएंगे। शिविर में एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की टीम क्षय रोगियों की खोज करेंगी। साथ ही कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) क्षय रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, उपचार, निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत डीबीटी, काउंसिलिंग व मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करेंगे। अभियान में आशा कार्यकर्ता ऐसे क्षेत्र जो कि विगत दो वर्ष से अधिक क्षय रोगी अथवा कोविड रोगी चिन्हित हुए हों। एवं आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से दूर क्षेत्रों में लोगों की स्क्रिनिंग करेंगी। साथ ही दो हफ्ते से ज़्यादा खांसी, बुखार वाले लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची बनाकर चिन्हित कर सूची तैयार करेंगी। इसके साथ ही लक्षणयुक्त व्यक्तियों के बलगम को एकत्रित कर सैंपल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पहुंचाएँगी। इसके साथ ही सीएचओ भी ओपीडी में क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर एचआईवी व शुगर के भी सैंपल लेंगें व जांच के लिए लैब भेजेंगे। जाँच में टीबी की पुष्टि होने पर तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही नियमित दवा का सेवन व टीबी रोगियों के स्वास्थ्य का फॉलोअप किया जाएगा। अभियान में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी, ग्राम सचिव, ग्राम पंचायत सदस्य एवं टीबी चैम्पियन के सहयोग से सभी ग्राम पंचायतो में शिविर लगाकर लोगों को क्षय रोग के लक्षण, जाँच व उपचार एवं नियमित दवा के सेवन के प्रति जागरूक किया जाएगा।
क्षय रोग जिला समन्वयक धर्मेंद्र यादव ने कहा कि इस इक्कीस दिवसीय अभियान को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते हुए जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए सहयोग करें। ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाली सभी बैठकों में क्षय रोग के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करे, और साथ ही क्षय रोग के लक्षणों को न छिपाने, व जाँच व समय से उपचार कराने के बारे में प्रेरित करें। सभी के सहयोग यह अभियान सफल हो सकता है। धर्मेंद्र यादव ने बताया जिले में कुल 1853 मरीज़ उपचारधीन हैं जिसमें 1493 सरकारी व 360 क्षय रोगियों का उपचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि दो हफ्तों से लगातार खांसी, खांसते समय बलगम या मुंह से खून आना, थकान रहना, लगातार वजन कम होना, बुखार रहना , सोते समय पसीना आना और सीने में दर्द रहना टीबी क्षय रोग के लक्षण है। इस तरह के लक्षण होने पर तुरंत ही अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच कराएं, पुष्टि होने पर तुरंत उपचार लें। उन्होंने कहा कि सयुंक्त जिला अस्पताल समेत सातों सीएचसी पीएचसी पर जाँच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उपचार के दौरान क्षय रोगियों को हर माह 500 रुपये निक्षय पोषण राशि भी उनके बैंक खाते में भेजी जाती है।