सेक्टर 25 बना चंडीगढ़ का दूसरा डंपिंग ग्राउंड।
जितेन्द्र कुमार
चणडीढ
यह जो आप तस्वीरें देख रहे हैं यह सेक्टर 25 भास्कर कॉलोनी के यूनिवर्सिटी के साथ लगती दीवारों की है जहां पर यह कूड़े के ढेर अपने आप में स्वच्छ भारत अभियान की
खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए चंडीगढ़ प्रशासन की पोल खोल रहे हैं। प्रशासन यह सब जानकर भी तमाशा देख रहा है। चंडीगढ़ कार्पोरेशन के कर्मचारी काफी दिनों के बाद यह कूड़े
के कंटेनर उठाते है और लोगों को मजबूरन कूड़ा बाहर फेंकना पड़ रहा है। यह कूड़े के ढेर कई भयानक बीमारियों का कारण बन रहे हैं। वार्ड नंबर 5 की काउंसलर चुनावों के बाद से कभी
दिखाई नहीं दीए। लगता है कि वह कहीं लापता हो गए हैं। जरूरत है उनको ढूंढ कर लाने की और यह सारे मंजर दिखाने की कि देखें आपके वार्ड में क्या हाल हो रखा है, कैसे लोग
नर्क से भी बुरी जिन्दगी जीने को मजबूर हैं। आखिर कब तक सैक्टर वासी ऐसे ही नरक भरी जिंदगी जीएंगे? प्रशासन से मैं यह अपील करता हूं कि 25 सैक्टर वाले रास्तों के इन कूड़े के ढेरों को जल्दी से जल्दी साफ किया जाए और पब्लिक को इस नरक भरी जिन्दगी से जल्दी निजात दिलाई जाए।
वरेंद्र सिंह विरदी
चंडीगढ़ प्रदेश महासचिव
शिवसेना हिंदुस्तान
चंडीगढ़
चणडीढ
यह जो आप तस्वीरें देख रहे हैं यह सेक्टर 25 भास्कर कॉलोनी के यूनिवर्सिटी के साथ लगती दीवारों की है जहां पर यह कूड़े के ढेर अपने आप में स्वच्छ भारत अभियान की
खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए चंडीगढ़ प्रशासन की पोल खोल रहे हैं। प्रशासन यह सब जानकर भी तमाशा देख रहा है। चंडीगढ़ कार्पोरेशन के कर्मचारी काफी दिनों के बाद यह कूड़े
के कंटेनर उठाते है और लोगों को मजबूरन कूड़ा बाहर फेंकना पड़ रहा है। यह कूड़े के ढेर कई भयानक बीमारियों का कारण बन रहे हैं। वार्ड नंबर 5 की काउंसलर चुनावों के बाद से कभी
दिखाई नहीं दीए। लगता है कि वह कहीं लापता हो गए हैं। जरूरत है उनको ढूंढ कर लाने की और यह सारे मंजर दिखाने की कि देखें आपके वार्ड में क्या हाल हो रखा है, कैसे लोग
नर्क से भी बुरी जिन्दगी जीने को मजबूर हैं। आखिर कब तक सैक्टर वासी ऐसे ही नरक भरी जिंदगी जीएंगे? प्रशासन से मैं यह अपील करता हूं कि 25 सैक्टर वाले रास्तों के इन कूड़े के ढेरों को जल्दी से जल्दी साफ किया जाए और पब्लिक को इस नरक भरी जिन्दगी से जल्दी निजात दिलाई जाए।
वरेंद्र सिंह विरदी
चंडीगढ़ प्रदेश महासचिव
शिवसेना हिंदुस्तान
चंडीगढ़