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आंध्र प्रदेश के तेलंगाना से 4 युवक पैदल पहुंचे अपने घर किए गए क्वॉरेंटाइन


मेरापुर फर्रुखाबाद

 थाना क्षेत्र के गांव पमरखिरिया निवासी अमन कठेरिया पुत्र नन्हे लाल , शिवम कठेरिया पुत्र अनिल , टीटू कठेरिया पुत्र बदले कठेरिया एवं टीटू का भाई मंटू इत्यादि  चार युवक एक साथ आंध्र प्रदेश (तेलंगाना) में बीते महीनों पहले गए थे। वहां रहकर उक्त चारों लोग साइकिल से फेरी लगाकर आइसक्रीम बेचने का काम करते थे। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते आइसक्रीम का धंधा बंद हो गया। जिससे आमदनी खत्म हो गई।
लॉक डाउन के समय में इन युवकों की तेलंगना में खाने पीने के लिए कोई मदद नहीं करता था। जिससे इन युवकों को भूखा रहना पड़ता था।
 14 अप्रैल को चारों युवक तेलंगना से पैदल ही अपने घर के लिए रवाना हुए। और आज बुधवार सुबह अपने अपने घरों पर सीधे पहुंच गए।


 एक ग्रामीण ने पुलिस को सूचना दी। की हमारे गांव में चार युवक तेलंगाना से अपने घर आए हैं।
सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष आरके रावत ने फोर्स के साथ युवकों के घरों पर पहुंचकर चारों युवकों को प्राथमिक विद्यालय पमरखिरिया में क्वॉरेंटाइन सेंटर में सिप्ट करवा दिया। चारों युवकों को थाना अध्यक्ष ने निर्देश दिए कहा कि तुम लोग 14 दिन तक इसी क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहोगे। यदि गांव में घूमते या अपने घर पर पाए गए तो तुम लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जब इस संबंध में ग्राम प्रधान अशोक यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया युवकों की आने की सूचना मैंने अपने क्षेत्र के सेक्रेटरी अखिलेश सिंह को दे दी है।
मैंने इन युवकों की जांच कराने के लिए सीएचसी मोहम्दाबाद में फोन से बात की तो वहां से मुझे बताया गया की युवकों को उसी क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिन तक रखो जिसके बाद युवकों की जांच की जाएगी ।
युवकों ने बताया कि हम लोग तेलंगाना से 14 अप्रैल को घर के लिए पैदल रवाना हुए थे।

रास्ते में जगह-जगह पर मिली पुलिस ने हम लोगों की मदद की बड़े वाहनों को रुकवा कर हम लोगों को वाहनों में सवार करवा देते थे। कभी इस वाहन पर सवार हुए तो कभी पैदल चले तो कभी दूसरे वाहन पर सवार हुए इसी तरीके से हम लोग आज बुधवार सुबह अपने घर आ गए।
 और हम लोगों को रास्ते में पका पकाया भोजन भी मुफ्त में मिल जाया करता था। तेलंगाना में हम लोगों की कोई खाने पीने के लिए मदद नहीं करता था।
 ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट