वैश्विक महामारी कोरोना से आज हमारा शहर भी कर रहा कड़ा संघर्ष, लॉकडाउन के चलते लोगों के व्यापार ठप ।
उच्च वर्ग के लोग और मध्यमवर्गीय लोग तो जैसे तैसे अपना वक्त काट जाते पर गरीव तावका तो भुखमरी के कगार पर आ जाता और यकीनन उनके अंदर असुरक्षा का बोध आ गया होता, मगर उनकीपीड़ा महसूस की एटा सदर के विधायक बिपिन वर्मा डेविड ने उन्होंने जिस तरह जन सहयोग किया लगता है जैसे कोई योद्धा मैदान में उतर आया हो।मदद और भी बहुत से लोगों ने की, मगर वह तो मदद करने वाले लोगों में अग्रिम कतार के सेनानी लगते हैं।
मुश्किल वक्त के महानायक
विधायक सदर लोगों की दिल से मदद करते हैं, यह तो अब आम आदमी भी बखूबी जान गया है ।इस वक्त वे अपनी जान जोखिम में डालकर अपने फर्ज को अंजाम दे रहे हैं।ऐसे में उनके साथ किसी भी तरह की राजनीति अक्षम्य है।अभी कुछ दिनों पहले गृहमंत्री ने कहा था देश उनके साथ खड़ा है, पर एटा शहर के लोग कहते हैं डेविड उनके साथ खड़े हैं।पर अफसोस किसी बड़े नेता ने उनके इस कार्य की सराहना नहीं की, करते भी कैसे...
लोग जो मदद कर सकते थे उन्होंने बड़े ही शातिराना अंदाज में लॉकडाउन को अपना हथियार बनाया ओर मदद के नाम पर सिर्फ समाज को गुमराह किया।विधायक सदर ने तब लोगों की मदद शुरू कर दी थी ,जब शासन को इस बात का अंदेशा भी नहीं था कि रोजी-रोटी की समस्या इतना विकराल रूप ले लेगी, पर विधायक सदर ने अपनी मुस्तैदी दिखाते हुए शहर में कोई अव्यवस्था नहीं होने दी।
आज शासन और प्रशासन लोगों की मदद कर रहे हैं, पर विधायक अभी भी अपने घर में न बैठकर लोगों की मदद कर रहे हैं।लोगों को खासकर उनके विरोधियों को यह समझना चाहिए विधायक सदर एक व्यक्ति ना होकर एक सिस्टम है कोई उनका मुकाबला नहीं कर सकता।लोग इस बात को कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते कि इस महामारी के दौर में कौन उनके साथ खड़ा था और कौन छुपा था।विधायक सदर का व्यक्तित्व इतना बड़ा है कि कोई उन्हें अपने शब्दों में वयां नही सकता ।
व्यूरो रिपोर्ट
श्रीनिवास राजपूत
आजतक24न्यूज