बाहर फंसे बिहारी छाल व मज़दूरों को बिहार लाने की मांग को लेकर देश भर में बिहारी छात्रों व सीवाईएसएस कार्यकर्ताओं ने किया भूख हड़ताल.
• सफ़ल रहा भूख हड़ताल, सरकार नहीं मानी तो आंदोलन को दिया जाएगा और धार - - - --- सादिक़
ताजपुर /समस्तीपुर । कोरोना संकट के कारण लागू किये गए लॉक डाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बिहारी छात्रों और मज़दूरों को बिहार लाने की मांग को लेकर तथा छार मज़दूरों के प्रति नितिश सरकार के अमानवीय रवैयआ के खिलाफ़ बड़ी संख्या आम छात्रों व सीवाईएसएस कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए अपने अपने घरों में एक दिवसीय भूख हड़ताल किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नेता व सीवाईएसएस के बिहार राज्य प्रभारी सादिक़ रज़ा ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी छात्रों व मज़दूरों को बिहार वापस लाने की मांग को लेकर आज देश के विभिन्न हिस्से में पढाई कर रहे लगभग 1000 से अधिक बिहारी छात्रों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल किया है। रज़ा ने कहा है कि नितिश कुमार के अमानवीय रवैये के खिलाफ़ छात्रों और मज़दूरों व्यापक असंतोष है अगर सरकार जल्द से जल्द प्रबंध नहीं करती है तो हम आंदोलन को और धार देंगे।
भूख हड़ताल करने वालों में अलग अलग विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के छात्र नेताओं ने मज़बूती से भाग लिया। एलएनएमयू से सीवाईएसएस नेत्री मल्लिका गुप्ता, डॉ एलकेभीडी कॉलेज छात्र संघ उपाध्यक्ष व सीवाईएसएस नेता मो॰ इश्तेयाक, मो॰ नदीम भी इस मुहिम में शामिल रहे।
समस्तीपुर से अब्दुल कादिर की रिपोर्ट