सटीक खबर के कारण काली नदी से मिली युवती के शव की शिनाख्त हो गई है
फर्रुखावाद। ---
शव पूनम का है जो थाना व कस्बा जहानगंज निवासी जबर सिंह कठेरिया की पुत्री थी। पूनम का 24 जून 2014 को जनपद एटा थाना जसरथपुर के ग्राम नगराले निवासी कालीचरण कठेरिया के पुत्र सुनील कुमार से विवाह हुआ था। पूनम के दाई बर्ष की पुत्री रिया है सुनील गुड़गांव में गुड़गांव की मारुति कंपनी में नौकरी करता है।
अच्छा वेतन मिलने के बावजूद वह अलीगंज में प्लाट खरीदने के लिए ससुराल वालों से 5 लाख की मांग करता था। इसी बात को लेकर आए दिन पूनम को प्रताड़ित किया जाता था जिसके कारण पूनम अक्सर कई महीनों तक मायके में रहती थी। बीते एक सप्ताह से पूनम ने मायके में फोन से बात करना बंद कर दिया था संदेह होने पर परिजन 22 मई को पूनम की ससुराल गए तो वहां पूनम नहीं थी।
ससुराल वालों ने बताया कि पूनम कहीं चली गई है जबर सिंह बीते दिन पुत्र आकाश के साथ जसरथपुर थाने गए और हल्का इंचार्ज को बेटी के गायब होने की सूचना लिखने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। हल्का इंचार्ज ने परिजनों से कहा कि लड़की को तलाश करो, बदमिजाज चौकी इंचार्ज ने लड़की के चरित्र पर भी सवाल उठाए थे जिससे पीडित परिजन और दुखी हो गये थे।
पूनम के भाई जितेंद्र ने बताया कि हम पांच भाई बहन हैं पूनम तीसरे नंबर की थी मैं सबसे हूं आकाश विकास छोटे भाई है। मैं काफी दिनों तक पूनम के घर रहा था मैंने उसके गले में पड़ी माला देखी थी हाथ में ओम टैटू देखा था। बीती रात करीब 10 ---- न्यूज़ पर खबर पढ़ते ही मैंने समझ लिया था कि मेरी बहन की हत्या
शव पूनम का है जो थाना व कस्बा जहानगंज निवासी जबर सिंह कठेरिया की पुत्री थी। पूनम का 24 जून 2014 को जनपद एटा थाना जसरथपुर के ग्राम नगराले निवासी कालीचरण कठेरिया के पुत्र सुनील कुमार से विवाह हुआ था। पूनम के दाई बर्ष की पुत्री रिया है सुनील गुड़गांव में गुड़गांव की मारुति कंपनी में नौकरी करता है।
अच्छा वेतन मिलने के बावजूद वह अलीगंज में प्लाट खरीदने के लिए ससुराल वालों से 5 लाख की मांग करता था। इसी बात को लेकर आए दिन पूनम को प्रताड़ित किया जाता था जिसके कारण पूनम अक्सर कई महीनों तक मायके में रहती थी। बीते एक सप्ताह से पूनम ने मायके में फोन से बात करना बंद कर दिया था संदेह होने पर परिजन 22 मई को पूनम की ससुराल गए तो वहां पूनम नहीं थी।
ससुराल वालों ने बताया कि पूनम कहीं चली गई है जबर सिंह बीते दिन पुत्र आकाश के साथ जसरथपुर थाने गए और हल्का इंचार्ज को बेटी के गायब होने की सूचना लिखने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। हल्का इंचार्ज ने परिजनों से कहा कि लड़की को तलाश करो, बदमिजाज चौकी इंचार्ज ने लड़की के चरित्र पर भी सवाल उठाए थे जिससे पीडित परिजन और दुखी हो गये थे।
पूनम के भाई जितेंद्र ने बताया कि हम पांच भाई बहन हैं पूनम तीसरे नंबर की थी मैं सबसे हूं आकाश विकास छोटे भाई है। मैं काफी दिनों तक पूनम के घर रहा था मैंने उसके गले में पड़ी माला देखी थी हाथ में ओम टैटू देखा था। बीती रात करीब 10 ---- न्यूज़ पर खबर पढ़ते ही मैंने समझ लिया था कि मेरी बहन की हत्या