शिक्षक और उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बने थे डॉ० एस० राधाकृष्णन- आरडी यादव
5 सितम्बर शिक्षक दिवस आज - आरडी यादव
शिक्षक और उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बने थे डॉ० एस० राधाकृष्णन- आरडी यादव
एक बेहद प्रतिभाशाली छात्र जिसके विज्ञान और गणित अत्यंत प्रिय विषय थे लेकिन संयोग से बना वह दार्शनिक जिसने 30 से अधिक वर्षों तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों में अध्यापन का कार्य किया जो स्वतंतता सेनानी राजनयिक राजनेता शिक्षा शास्त्री बनारस हिन्दू विश्व
विद्यालय का चांसलर दार्शनिक देश का उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति भी बना जिसके कार्यकाल के दौरान दो दो प्रधानमंत्रियों का असमय निधन हुआ दो दो बार 1962 एवं 1965 में देश ने युद्धों का सामना किया जिसने विवेकानंद के 33 वर्षों के बाद 1926 में एक बार पुनः अमेरिका में पश्चिमी जगत को हिन्दू दर्शन से परिचित कराया जिसने विश्व प्रसिद्ध पुस्तक THE HINDU VIEW OF LIFE लिखा जिसको 1937 में साहित्य के नोवल पुरुष्कार के लिए नामांकित किया था ।धर्म का तिरष्कार करने वाले और धर्म को अफीम बताने वाले तत्कालीन कम्युनिस्ट तानाशाहों माओत्से तुंग और स्टालिन ने जिस हिन्दू धर्मशास्त्री का अभूतपूर्व स्वागत किया जो तत्समय किसी आश्चर्य से कम नही था ऐसी बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ एस राधाकृष्णन के जन्म दिवस/शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायों के साथ।
आर डी यादव अध्यक्ष
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ कासगंज
शिक्षक और उपराष्ट्रपति से राष्ट्रपति बने थे डॉ० एस० राधाकृष्णन- आरडी यादव
एक बेहद प्रतिभाशाली छात्र जिसके विज्ञान और गणित अत्यंत प्रिय विषय थे लेकिन संयोग से बना वह दार्शनिक जिसने 30 से अधिक वर्षों तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों में अध्यापन का कार्य किया जो स्वतंतता सेनानी राजनयिक राजनेता शिक्षा शास्त्री बनारस हिन्दू विश्व
विद्यालय का चांसलर दार्शनिक देश का उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति भी बना जिसके कार्यकाल के दौरान दो दो प्रधानमंत्रियों का असमय निधन हुआ दो दो बार 1962 एवं 1965 में देश ने युद्धों का सामना किया जिसने विवेकानंद के 33 वर्षों के बाद 1926 में एक बार पुनः अमेरिका में पश्चिमी जगत को हिन्दू दर्शन से परिचित कराया जिसने विश्व प्रसिद्ध पुस्तक THE HINDU VIEW OF LIFE लिखा जिसको 1937 में साहित्य के नोवल पुरुष्कार के लिए नामांकित किया था ।धर्म का तिरष्कार करने वाले और धर्म को अफीम बताने वाले तत्कालीन कम्युनिस्ट तानाशाहों माओत्से तुंग और स्टालिन ने जिस हिन्दू धर्मशास्त्री का अभूतपूर्व स्वागत किया जो तत्समय किसी आश्चर्य से कम नही था ऐसी बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ एस राधाकृष्णन के जन्म दिवस/शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायों के साथ।
आर डी यादव अध्यक्ष
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ कासगंज