नहीं रहे रामलीला कमेटी के पुरोधा राधेश्याम गुरू
फर्रुखाबाद । रामलीला कमेटी के पुरोधा कहे जाने वाले लीला प्रमुख राधेश्याम औदिच्य गुरू स्वर्ग सिधार गए । उनकी मौत की खबर जैसे ही कमेटी के अलावा अन्य लोगों को हूय्यी तो शोक की लहर दौड़ गयी ।
कस्बे में रामलीला को कराने में अहम भूमिका निभाने वाले राधेश्याम औदिच्य गुरू हर वर्ष वुजुर्ग होने के बाद भी राम लीला कराने के लिए पहले से ही अपना तानाबाना बुनना शुरू कर देते थे । उन्ही के बताने के अनुसार कस्बे में न केवल भव्य राम बरात निकलती थी बल्कि रामलीला का मंचन भी यादगार होता था वह रामलीला के स्तम्भ माने जाते थे । इस वर्ष भी स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी वह रामलीला को सकुशल संपन्न कराने में पीछे नहीं रहे ।
उन्ही की देखरेख में रामलीला का न केवल मंचन हुआ बल्कि रावण दहन भी हुआ है ।लेकिन प्रभू श्रीराम के चहेते गुरू भरत मिलाप कराने से पहले ही स्वर्ग सिधार गए । उनकी आकस्मिक हुयी मौत के कारण रामलीला कमेटी कस्बा व आसपास क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी ।उनके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों की तादात में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी ।
ब्यूरो रिपोर्ट बसारत खान की रिपोर्ट