स्तूप पर डीएम एसपी ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा
मेरापुर फर्रुखाबाद। फतेहगढ़ एसपी अशोक कुमार मीणा व जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ संकिसा स्तूप पर पहुंचे।
करीब 4 घंटे के बाद एसपी ने पुलिस सुरक्षा में अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य को स्तूप से बाहर निकलवाया।
मौके पर पहुंचे डीएम एसपी ने सनातन धर्मियों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन रास्ता खोलने के लिए सनातन धर्मीं बिल्कुल तैयार नहीं हुए और रुक रुक कर दोनों तरफ से पत्थरबाजी होती रही । माहौल इतना बिगड़ गया कि कप्तान को अपने हाथ में वेंत लेना पड़ा। सनातन धर्मी इतने बिगड़ गए कि जान की बाजी लगाने को तैयार हो गए एसपी अपने हाथ में वेंत लेकर खेतों से ईट पत्थर फेंक रहे सनातन धर्मियों को खदेड़ते रहे।
सनातन धर्मियों को डीएम एसपी ने नुकसान हुए मंदिर का निर्माण कराए जाने का लिखित पत्र दिया तब जाकर सनातन धर्मियों ने जाम खोल दिया और अपने अपने घरों को चले गए।
तब जाकर एसपी ने काफी संख्या में स्तूप पर मौजूद बौद्ध धर्मियों को पुलिस सुरक्षा में स्तूप से संकिसा तिराहा तक अपने साथ ले गए। इस बीच भी खेतों में डुके छिपे बैठे सनातन धर्मी बौद्ध धर्मियों पर ईट पत्थर चलाते दिखे । बौद्ध धर्मियों ने भी पत्थर चलाए। हालांकि इस बीच किसी के ईट पत्थर नहीं लगा। बौद्ध धर्मयों की भीड़ पुलिस सुरक्षा में संकिसा स्तूप से धम्मा लोको बुध्द विहार पर पहुंची। फोर व्हीलर वाहन पर सवार अमृतपुर विधायक को संकिसा स्तूप तक एसपी पुलिस सुरक्षा में धम्मा लोको बुद्ध विहार तक ले गए।
जिम्मेदार अफसर अशोक कुमार मीणा ने बताया की यहां मेला लगता है टीला एक आस्था का स्थान है वहां किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तनातनी हुई और पत्थरबाजी हुई है जांच के लिए एडीएम व एडिशनल एसपी की टीम बनाई गई है जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
डीएम मानवेंद्र सिंह बोले कि यहां हर वर्ष मेला लगता है विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी मेला लगा था लेकिन मेला लगने की इस वर्ष अनुमति नहीं थी विगत वर्षों की भांति इतनी संख्या भी नहीं थी अचानक कोई बात हो गई की जो टीला है कि पुरातत्व द्वारा संरक्षित किया गया है टीले के ऊपर एक छोटा सा मंदिर है उसमें कुछ नुकसान किया गया है इसके फलस्वरूप तनाव हुआ और ईट पत्थर चले हैं एक पत्थर चलने से चार लोग घायल हो गए हैं जिन्हें उपचार के लिए सीएचसी भेजा गया है।
गठित की गई टीम द्वारा जांच की जाएगी।
अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने बताया कि पूजा पाठ के स्थान को तोड़ना नहीं चाहिए था।
मुझे सदर एसडीएम ने बताया कि इस वर्ष मेला लगने की परमिशन नहीं थी पुलिस फोर्स कम था बीती रात एटा इटावा अलीगंज फर्रुखाबाद कायमगंज से आए लोगों की संख्या एलआईयू के अनुसार 10000 थी प्रशासन को एलआईयू की सूचना पर पुलिस फोर्स की उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी
इसमें प्रशासन की पूरी लापरवाही रही है। ईट पत्थर चलने से काफी गाड़ियां टूटी है कुछ लोग घायल हुए हैं। मुझे यहां आमंत्रित किया गया था।
ब्यूरो रिपोर्ट सोनू राजपूत की रिपोर्ट