तीन तलाक बना अपराध, महिलाओं के हज पर जाने को मेहरम जरूरी नहीं: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में तीन तलाक का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने तीन तलाक को कानूनन अपराध घोषित कर समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने की शुरुआत की है। मुस्लिम महिलाओं पर केवल मेहरम के साथ ही हज यात्रा करने जैसे प्रतिबंधों को भी हटाया गया है।
रामनाथ कोविंद ने कहा, "महिला सशक्तिकरण मेरी सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में से एक है। बेटे-बेटी को समानता का दर्जा देते हुए मेरी सरकार ने महिलाओं के विवाह के लिए न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर पुरूषों के समान 21 वर्ष करने का विधेयक भी संसद में प्रस्तुत किया है।"
महिला पुलिस-कर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के माध्यम से देश की माताओं-बहनों की उद्यमिता और कौशल को बढ़ावा मिला। 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' पहल के अनेक सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। स्कूलों में प्रवेश लेने वाली बेटियों की संख्या में उत्साहजनक वृद्धि हुई है। मेरी सरकार के नीतिगत निर्णय और प्रोत्साहन से विभिन्न पुलिस बलों में महिला पुलिस-कर्मियों की संख्या में, 2014 के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा बढ़ोतरी हो चुकी है।"
रिकॉर्ड समय में कोविड वैक्सीन की 150 करोड़ खुराक लगाईं
कोरोना वायरस महामारी के मुकाबले के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने रिकॉर्ड समय में कोविड रोधी टीकों की 150 करोड़ खुराक लगाईं और वह सर्वाधिक टीकाकरण करने वाले अग्रणी देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा, "हमने रिकॉर्ड समय में कोविड रोधी टीकों की 150 करोड़ खुराक लगाईं। कोविड टीके की दूसरी खुराक 70 प्रतिशत से अधिक लाभार्थियों को लगा दी गई है और भारत सर्वाधिक टीकाकरण करने वाले अग्रणी देशों में शामिल हो गया है।"