ग्राम देवरी में टीकाकरण सत्रों पर जाकर बताए टीके के फायदे
-टीकाकरण सत्र कोल्ड चैन व लेवर रूम का निरिक्षण कर कमियों को कराया दूर
-जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण ज़रूरी : डीआईओ
कासगंज, 11 मई 2022
जनपद के ग्रामीण क्षेत्र देवरी में बुधवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह यूएनडीपी मेनेजर हसरत अली यूनिसेफ जिला समन्वयक अनुराग दीक्षित ने मिशन इंद्र धनुष के अंतर्गत टीकाकरण में गति लाने के लिए टीकाकरण सत्रों पर निरिक्षण कर नियमित टीकाकरण के फायदे बताए गए | टीम द्वारा टीकाकरण सत्र, कोल्ड चैन पॉइंट व लेवर रूम का निरिक्षण किया और निरिक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दूर कराया |
टीम द्वारा गर्भवती और बच्चों के जन्म से लेकर नौ माह तक के टीके के बारे में भी जागरूक किया। टीम द्वारा टीकाकरण को लेकर सामुदाय में बुखार आना,मर जाना फैली भ्रांतियों को दूर किया व नियमित टीकाकरण के फायदे बताए | लोगों को बताया बच्चों को तपेदिक,काली खांसी, गलघोटूं,निमोनिया, टिटनेस, खसरा और पोलियो जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीकाकरण ज़रूर कराएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में और अधिक तेज़ी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ व यूएनडीपी संस्था के द्वारा कोल्ड चैन, नियमित टीकाकरण, लेवर रूम का निरिक्षण किया। लेवर रूम व कोल्ड चैन निरिक्षण के दौरान पाई गई कमियों को तुरंत दूर कराया | डीआईओ ने बताया कि कोल्ड चैन मैनेजर हसरत अली ने वैक्सीन के रखरखाव के स्टॉक का जायज़ा लिया | उन्होंने बताया कि हर लाभार्थी का स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्पूर्ण है, नियमित टीकाकरण से बच्चों और माताओं को जानलेवा बीमारियों से आसानी से बचाया सकता है, इसलिए आपसी जन सहयोग के जरिए भ्रांतियों को दूर कर टीकाकरण कार्यक्रम को और बेहतर बनाया जा सकता है। टीकाकरण में आने वाली दिक्क़त जन जागरूकता से ही दूर की जा सकती है |
प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए पहली बार गर्भधारण करने पर, गर्भवती को टिटनेस (टी.टी) के दो टीके लगवाने चाहिए। ये टीके गर्भावस्था में गर्भ के तीसरे माह में पहला टीका व एक माह के अंतराल से टीटी का दूसरा टीका दिया जाता है | उन्होंने कहा यदि महिला तीन साल के अंदर दोबारा गर्भधारण करती है, और उसको पहले टी.टी के दोनों टीके लग चुके हैं, इस अवस्था में गर्भवती को टी. टी टीके की एक ही डोज़ दी जाती है | बच्चों को जन्म से लेकर नौ माह तक शिड्यूल के हिसाब से एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्र पर टीके लगाए जाते हैं| हेपेटाइटिस-बी,
बी.सी.जी.,
ओ.पी.वी.,
आईपीवी,
पेंटावैलेंट,
आई पी वी,
पी.सी.वी,
एमआर,
विटामिन ‘ए’ की खुराक