आखिर क्यों छोड़ गई 2 छोटे छोटे मासूम बच्चों की जिंदगी मजधार में
जनपद एटा,
2 छोटे छोटे बच्चों का बचपन रोता छोड़, 30 वर्षीया महिला ने कर ली जिंदगी की इहलीला समाप्त।
मामला जनपद एटा के गांव बमनई है जहां गांव के ही पुष्पेंद्र पुत्र लेखपाल के बेटे की पत्नी फांसी के फंदे पर झूल गई। दरअसल मिली जानकारी के अनुसार रात को घर में ही किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया , आपसी झगड़े के चलते 30 वर्षीय चरण देवी ने रात ढलते समय करीब 4:00 बजे घर का गेट बंद करके फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
रात ढलते ही जब सुबह पुष्पेंद्र उठा तो पत्नी को फांसी के फंदे पर झूलता देख पुष्पेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई, आनन फानन में उसने अपने पड़ोसियों को सूचना दी कुछ ही देर में पड़ोसियों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। चरनदेवी के दो बच्चे हैं दोनों लड़के हैं एक की उम्र 10 साल दूसरे की उम्र 8 साल है, चरण देवी का मायका फिरोजाबाद जिले के गांव पदम नगला बताया जा रहा है ,गांव के चौकीदार द्वारा थाने में सूचना दे दी गई, सुबह लगभग 7:00 बजे पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, थाना पिलुआ से एसआई ओंमकार सिंह पुलिस फोर्स के साथ घटना स्थल पर मौजूद रहे ।
पुलिस ने कहा कि जब तक मृतक महिला के मायके वाले परिजन नहीं आते तब तक शव को फंदे से नहीं उतारा जाएगा। काफी समय बीतने के बाद मायका पक्ष आगबबूला होता हुआ आया लेकिन गांव के सम्भ्रान्त लोगों द्वारा समझाया गया , लेकिन शांत नहीं हुए ,जब पंचायत बैठाकर पूछा गया तो मायके वालों की मांग थी कि मृतका के दोनों बच्चों के नाम दो दो बीघा जमीन करो तब शव को पोस्टमार्टम को ले जाने देंगे। यह शर्त पंचायत में मंजूर की गई तब कहीं जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
रिपोर्ट-सतेंद्र राजपूत