स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ के प्रयास से 343 परिवारों ने लगवाए टीके
जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीका न लगवाने के दुष्परिणाम बताए : डॉ. अंजुश सिंह
कासगंज, 09 जून 2022।
जिले को नियमित टीकाकरण का ग्राफ बढ़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ लगातार प्रयासरत है। सामुदाय में फैली भ्रांतियों के कारण कई परिवारों ने टीकाकरण कराने से मना कर दिया था। परिवार के सदस्य अपने बच्चों को टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं थे। स्वास्थ्य विभाग व यूनीसेफ की टीम ने मना करने वाले परिवारों को लगातार मनाने का प्रयास किया गया। परिणामस्वरूप 343 परिवार टीकाकरण कराने के लिए तैयार हो गए हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य व जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण का संचालन हर बुधवार व शनिवार को जिले में किया जाता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का 100 प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के लिए शासन से 7 मार्च एवं 4 अप्रैल और 2 मई को विशेष टीकाकरण का मिशन इंद्रधनुष 4.0 का अभियान चलाया गया। जिसमें एक सप्ताह में छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कर पूर्ण प्रतिरक्षित किया जा सके। साथ ही ज्यादा से ज्यादा बच्चों का टीकाकरण कर जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि सामुदाय में फैली अनेक भ्रान्तियों के चलते बहुत सारे परिवार ऐसे हैं, जो की टीकाकरण का विरोध करते हैं और अपने बच्चों को टीकाकरण से वंचित रखते है। ऐसे परिवारों को टीकाकरण को राजी करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार काम कर रही है। टीमों के प्रयास से सैंकड़ो परिवार जागरूक हुए हैं।
डीआईओ ने बताया कि बाकी परिवारों को राजी करने का प्रयास अभी भी जारी है। जिला कासगंज मे 697 परिवारों ने टीकाकरण का विरोध किया। जिसमें 568 टीके ड्यू है। स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ के बेहतर प्रयासों के चलते 343 परिवारों को टीकाकरण कराने के लिए राजी कर लिया है। उनका टीकाकरण शुरू हुआ है। उन्होंने ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य बचे हुए परिवारों को भी राजी करते हुए टीकाकरण के लक्ष्य को 100 प्रतिशत करना है |
यूनिसेफ डीएमसी अनुराग दीक्षित ने कहा ब्लाकों के 697 परिवारों ने टीकाकरण का विरोध किया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे परिवारों को टीकाकरण के लिए राजी करने के लिए यूनिसेफ के प्रतिनिधि डीएमसी व बीएमसी, बीआरटी एवं टीकाकरण के सुपरवाइजरों को लगाया गया। इन परिवारों का भृमण किया गया और विरोधी परिवारों को टीकाकरण का महत्व बताया। टीकाकरण कराने से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। जानलेवा बीमारियों तपेदिक, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, डिफ्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हिब, खसरा रंतौधी जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाते है। स्वास्थ्य विभाग व यूनिसेफ ने प्रयास कर 343 परिवारों के बच्चों का टीकाकरण करवाया गया।
-नगला बेनी लाभार्थी राधा जन्मतिथि 22 दिसंबर 2020 पिता दिलीप ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे को मरने की बजह से टीका नहीं लगवाया और ये बोलकर टीका लगवाने से मना कर दिया कि टीका लगने से बच्चों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल से कोई दवा नही मिलती है। उसके बाद बीएमसी जावेद आए और उन्होंने उनको समझाया अस्पताल ले जाकर उनको निशुल्क दवा दिलवाई, और उन्हें बच्चे के टीके के फायदे बताए। उन्होंने बताया टीकाकरण बच्चे को 8 जानलेवा बीमारियों से बचाता है, व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। उसके बाद 27 नवंबर 2021 में एएनएम मुन्नी देवी ने उनके बच्चे को क्षय रोग से बचाव का टीका लगवाया, इस तरह उनके बच्चे के टीके की शुरुआत हुई। टीका लगवाने के बाद आशा बहनजी ने उनके घर आकर बच्चे का हालचाल पूछा। डीएमसी व बीएमसी ने छ : माह तक उनके घर आकर बच्चे को सारे टीके लगवाए। 4 जून 2022 को उनके बच्चे को बूस्टर डोज़ लगी है। दिलीप ने कहा कि सभी अपने बच्चों का टीकाकरण कराकर जानलेवा बीमारियों से बचाव व अच्छे स्वास्थ्य के लिए सहायक बने है।