सीएचसी अशोकनगर पर लगाए गए शिविर में 10 पुरुष ने कराई नसबन्दी
अब तक 14 पुरुषों व 471 महिलाओं ने दिखाई समझदारी, कराई नसबन्दी
महिला नसबन्दी की अपेक्षा पुरुष नसबन्दी सरल व आसान है : सीएमओ
कासगंज, 04 दिसंबर 2022।
परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए जिले में सीएचसी अशोकनगर पर शुक्रवार को शिविर आयोजित किया गया | जिसमें 10 पुरुषों ने नसबन्दी कराई । इस वर्ष अप्रैल से 2 दिसंबर तक 471 महिलाओं व चौदाह पुरुषों ने नसबन्दी को अपनाया है |
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा कार्यकर्ता लगातार दंपत्ति को नसबंदी के प्रति जागरूक भी कर रही हैं। पखवाड़े में पुरुषों को नसबंदी के प्रीति जागरूक किया जा रहा है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध किशोर प्रसाद का।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पुरुष भागीदारी बहुत जरूरी है, क्योंकि महिला नसबन्दी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी सरल और आसान है। पुरुष नसबन्दी से स्वास्थ य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, इसलिए फैली हुई भ्रांतियों पर यक़ीन न करें। पुरुष वर्ग परिवार नियोजन के साधन अपनाएं और परिवार में खुशहाली लाएं |
नोडल अधिकारी डॉ. के सी जोशी ने बताया बच्चों में तीन साल का अंतराल रखने के लिए पुरुषों को आने की जरूरत है | उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता बहुत ज़रूरी है, परिवार को सीमित रखने व बच्चों में तीन साल का अंतराल रखने के लिए पुरुष वर्ग आगे आकर परिवार नियोजन के अस्थाई व स्थाई साधनों को अपनाए | उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन काउंसलर व गोविंद सेवा समिति पियर एजुकेटर आसिफ के सहयोग से जिले में पुरुष नसबन्दी का ग्राफ बढ़ा है | नोडल अधिकारी ने बताया वर्ष 2020 में जहाँ 5 पुरुषों ने नसबन्दी करवाई थी, वर्ष 2021 में 9, वहीँ इस वर्ष अभी तक 14 पुरुष नसबन्दी को अपना चुके हैं |
टीएसयू के परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि महिला नसबन्दी की अपेक्षा पुरुष नसबन्दी सरल व आसान है, पुरुष नसबन्दी बिना चीरा टांके की जाती है | जिससे पुरुष को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है, लोगों में फैली हुई भ्रान्तियों को दूर करें, और लोगों को पुरुष नसबन्दी के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा सरकार की ओर से महिला नसबन्दी के लिए 2000 रूपये व पुरुष नसबन्दी के लिए 3000 रूपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है| उन्होंने कहा महिला नसबंदी प्रसव के सात दिन के भीतर, माहवारी शुरू होने के सात दिन के भीतर और गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर करवाई जा सकती है। वह महिलाएं इस साधन को अपना सकती हैं जिनकी उम्र 22 वर्ष से अधिक और 49 वर्ष से कम हो |
कासगंज बड्डूनगर काल्पनिक नाम अमान ने बताया कि उनका परिवार पूरा हो चुका था |उन्होंने कहा कि छोटा परिवार सुखी परिवार में वे विश्वास रखते है | उन्होंने बताया अख़बार में नसबन्दी शिविर के बारे में पढ़ा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अशोकनगर पर नसबन्दी कराई | जिसके लिए उन्हें पुरुस्कार भी दिया | और 3000 हज़ार की धनराशि उनको दी गई थी |
कार्यक्रम में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह, यूएनडीपी मेनेजर हसरत अली, यूनिसेफ डीएमसी राजीव चौहान, परिवार नियोजन काउंसलर, बीसीपीएम चंद्रिका व लाभार्थी मौजूद रहे |