ओलंपिक की तैयारी के लिए अमेरिका गया हरिकेश इस वजह से पहुंचा जेल, दफ्तरों के चक्कर काट रहा परिवार
ओलंपिक की तैयारी करने अमेरिका गया चौरीचौरा क्षेत्र के अहिरौली के हरिकेश पर वक्त का कहर टूट पड़ा है। सपनों को पंख लगने में पैसा बाधा न बने इसलिए उसने अमेरिका के एक होटल में पार्ट टाइम नौकरी शुरू की थी। गांव की गलियों से अमेरिका पहुंचा हरिकेश वहां के बदमाशों की चाल समझ नहीं पाया और पुलिस की गिरफ्त में आ गया। वह वहां जेल में बंद है। उसे छुड़ाने को परिवारीजन जिम्मेदारों की चौखटों पर मत्था टेक रहे हैं।
अहिरौली निवासी विश्वनाथ मौर्या के बेटे हरिकेश का बचपन से ही सपना था कि वह एक बड़ा धावक बनकर देश के लिए ओलिम्पिक मेडल हासिल करेगा। इसके लिए उसने खूब परिश्रम किया। उसने 15 वर्ष की उम्र से ही तैयारी शुरू कर दी थी। श्रीलंका, भूटान, इंडोनेशिया, नेपाल, इथोपिया, नाइजीरिया सहित 15 देशों में दौड़ लगाते और विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक जीतते हुए वह अमेरिका पहुंच गया था। उसके पिता विश्वनाथ तथा परिवारीजनों को भरोसा था कि उनका लाल देश के लिए कमाल करेगा। इसके लिए यहां गांव में परिवारीजन खूब मेहनत करते थे और हरिकेश की हर सम्भव मदद करते थे। उधर हरिकेश तैयारी में पैसा बाधा न बनने पाए इसके लिए एक होटल में पार्ट टाइम नौकरी करने लगा। हालांकि होटल में उसकी नौकरी को लेकर कोई एग्रीमेंट नहीं हुआ था। बीते 17 फरवरी की रात हरिकेश ड्यूटी से छुट्टी पर था। उसी दौरान एक व्यक्ति के साथ दो लड़कियां आकर होटल में ठहर गईं। सुबह हरिकेश जब ड्यूटी पहुंचा तो ठीक उसी समय पुलिस की रेड पड़ गई। दोनों लड़कियां होटल से बरामद हुईं लेकिन उनके साथ रुका व्यक्ति फरार हो गया।