TOP NEWS

हर खबर आप तक, केवल आजतक 24 न्यूज पर, |    हर खबर आप तक, केवल आजतक 24 न्यूज पर,​ |    हर खबर आप तक, केवल आजतक 24 न्यूज पर, |   

परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की अनूठी पहल


- निजी चिकित्सक परिवार नियोजन कार्यक्रम मे करें सहयोग : एसीएमओ 


परिवार नियोजन कार्यक्रम सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम हर्षिता माथुर ने बैठक में निजी चिकित्सकों को सहयोग देने की अपील की। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों पर पूरी मात्रा में स्थाई व अस्थाई साधन उपलब्ध कराने पर जोर दिया।





अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ. अवनेन्द्र कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहल की है।


परिवार नियोजन स्पेशलिस्ट राज तोमर ने बताया कि महिला नसबन्दी, पुरुष नसबन्दी तथा अस्थायी साधनों को अपनाने के लिए लोगों को जागरूक करें और लाभार्थी को सरकारी अस्पतालों में भेजे। प्रत्येक माह भेजें गए लाभार्थीयों की सूची मोबाइल नंबर सहित अधोहस्ताक्षरकर्ता कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें।



 उन्होंने बताया कि कंडोम, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, अंतरा, मालाएन, छाया अस्थाई साधन है। उन्होंने कहा पीपीआईयूसीडी पांच से दस साल तक काम करती है। अंतरा इंजेक्शन लगवाने से तीन माह तक अनचाहे गर्भ से छुटकारा पा सकते हैं। पीपीआईयूसीडी लम्बे समय तक अनचाहे गर्भ से सुरक्षा प्रदान करता है, जो प्रसव के तुरंत बाद  से प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगा सकते हैं। महिला नसबन्दी की अपेक्षा बिना चीरा टांके के ही पुरुष नसबन्दी की जाती है। जिससे कोई परेशानी भी नहीं होती। पुरुष नसबन्दी के एक हफ्ते बाद ही संबंध बनाने चाहिए। बिना कंडोम के संबंध ज़ब तक न बनाएं ज़ब तक उनकी जाँच न हो जाए, कि नसबन्दी सक्सेस हुई है या नहीं। उन्होंने बताया तीन माह के बाद वीर्य को जाँच करने के लिए आपको अपने वीर्य की जांच करवाने की सलाह दी जाती है। यदि वीर्य रहित है तो पुरुष नसबंदी ने काम किया है। उसके पश्चात कार्ड दिया जाता है। लोगों में फैली हुई भ्रान्तियों को दूर करें, और लोगों को पुरुष नसबन्दी के लिए जागरूक करें।