प्रत्येक माह में दो सौ से तीन सौ लोगों का चेकअप कर बचाव के बारे में देते हैं जानकारी
एचआईवी एड्स के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं नोशे खां
कासगंज, 30 नवंबर 2022 ।
एड्स को लेकर लोगों में तरह-तरह की भ्रान्तियां फैली हुई हैं। एड्स से पीड़ित व्यक्ति के प्रति लोग भेद भाव की भावना रखते हैं , जिस वजह से पीड़ित मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एड्स फैलने की वजह सिर्फ असुरक्षित यौन संबंध ही नहीं, बल्कि और भी कई अन्य वजह होती है। एड्स जैसी बीमारी से बचाव के लिए ग्रुप गोविन्द सेवा समिति के पीयर एजुकेटर नौशे खां प्रेरणास्त्रोत बने हैं।
पेशे से नाच गाने का काम करने वाले कासगंज ढोलना निवासी नौशे खां को गूगल के माध्यम से एचआईवी एड्स के बारें में पता चला, उन्होंने भी इसकी जाँच करायी, जाँच में वह तो नेगेटिव आये लेकिन यही से उन्हें एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने की प्रेरणा मिली|
एड्स के प्रति जागरूकता का कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्था गोविन्द समिति में वह पिछले 11 वर्ष से पीयर एजुकेटर के रूप में कार्यरत हैं। अमूमन मेल सेक्स वर्कर (एमएसम) ग्रुप में आने वाले लोगों को एड्स के बारे में जागरूक करते हैं। उनको समझाकर जिला अस्पताल तक जांच के लिए लाते हैं, यदि कोई व्यक्ति एचआईवी पॉजिटिव होता है, तो उसको दवाएं पहुंचाते है और समय से उनकी जांच कराते हैं। वह हाई रिस्क वाले मामलों को खास तौर पर जागरूक करते हैं | नोशे खां एड्स के प्रति जागरूक कर चेकअप कराते हैं और एचआईवी काउंसलर प्रीति गौड़ व अपने साथी तनु और नवेद के सहयोग से वह अब तक पंद्रह सौ से ज्यादा एमएसम ग्रुप को प्रेरित कर उनकी एचआईवी जांच करवा चुके हैं।
इसके साथ ही वह डांस कार्यक्रम करते हैं जिसमें लोगों को शायरी के ज़रिए एड्स के प्रतिजागरूक करते हैं | वह संदेशों के माध्यम से लोगों को समझाते है कि एड्स न हाथ मिलाने से फैलता है, न साथ खाने से फैलता है, और न ही छूने से फैलता है | बल्कि यह असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित खून , संक्रमित मां से बच्चे में फैलता है| इसलिए सुरक्षित यौन संबंध बनाये|
जिला क्षय रोग अधिकारी एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. अतुल सारस्वत ने बताया कि एचआईवी व एड्स किसी को छूने से नहीं फैलता है। जनपद में इसकी रोकथाम के लिए कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है | इसके अंतर्गत विभाग द्वारा गोविन्द सेवा सेवा संस्थान के पीयर एजुकेटर के सहयोग से समुदाय को जागरुक करना व उनकी काउंसलिंग करके उनकी जांच करने का कार्य किया जा रहा है |
एचआईवी काउंसलर प्रीति गोड़ बताती हैं कि नोशे के डांस और गीत के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का तरीका बहुत अच्छा है| इससे लोग उनकी बातों को ध्यान से सुनते है और इसके प्रति खुलकर बात करते हैं |
कासगंज निवासी 25 वर्षीय राजेश (काल्पनिक नाम) ने बताया कि नोशे मुझे एक डांस प्रोग्राम में ही मिले थे| जब उन्होंने एड्स के लक्षणों और बचाव पर बात की, तो मैंने उन्हें अपने बारे में बताया कि मैं दिन व दिन बीमार होता जा रहा हूँ| और बहुत इलाज कराने पर भी आराम नहीं मिल रहा है| नोशे ने मुझे एड्स जाँच कराने की सलाह दी| जाँच में जब एचआईवी की पुष्टि हुयी, तो इलाज के लिए मुझे अलीगढ़ रेफर किया, तब नोशे भी मेरे साथ अलीगढ़ एआरटी सेंटर गए| वहाँ से मुझे दवा मिली थी, और अब मैं पिछले आठ वर्ष से नियमित दवा खा रहा हूँ| नोशे मुझे प्रत्येक माह दवा लाने के लिए कॉल करके याद दिलाते है, साथ ही जरुरत पड़ने पर खुद दवा लाकर दे देते हैं |
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एड्स के लक्षण:
बार-बार बुखार आना, थकावट रहना, लंबे समय तक सिर दर्द होना, त्वचा पर सफेद धब्बे अथवा चकत्ते उभरना, गले में खराश होना, शरीर में खुजली या जलन का होना व पेट दर्द होना|
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एड्स से बचने के उपाय :
जीवनसाथी के अलावा किसी अन्य से यौन संबंध न रखें|
यौन संबंध बनाते समय कंडोम आदि का प्रयोग|
मादक औषधियों के आदी व्यक्तियों से द्वारा उपयोग में ली गई सीरिंज व सुई का प्रयोग न करें।
रक्त की आवश्यकता होने पर अंजान व्यक्ति का रक्त न लें। सुरक्षित रक्त के लिए एचआईवी जांच किया गया रक्त ही ग्रहण करें।
डिस्पोजेलेबल सीरिंज व सुंई तथा अन्य चिकित्सीय उपकरणों का 20 मिनट पानी में उबालकर जीवाणु रहित करके ही उपयोग में लाए।कंडोम का इस्तेमाल करें क्यूंकि असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बीमारी फैलने का खतरा रहता है, इसलिए संबंध बनाते समय