क्लबफुट का इलाज अब जिला अस्पताल में भी
- जिला अस्पताल में हुई बेसिक मेडिकल ट्रेनिंग
मैनपुरी, 20 जनवरी 2023।
अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लबफुट ने जिला अस्पताल मैनपुरी में बेसिक मेडिकल ट्रेनिंग का आयोजन किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात दोष है जिसमें एक या दोनों पैर अंदर की ओर मुड़े होते हैं, जिससे यह बच्चों में विकलांगता का एक प्रमुख कारण बन जाता है। यह 800 नवजात बच्चों में से एक के जीवन को प्रभावित करता है। भारत में हर साल 33,000 बच्चे क्लबफुट के साथ पैदा होते हैं। क्लबफुट बेहद दर्दनाक हो सकता है और अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाए, आंशिक रूप से इलाज किया जाए, या यहां तक कि गलत तरीके से इलाज किया जाए तो बच्चे आजीवन अपंगता के शिकार हो सकते हैं। हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है।
सीएमओ ने बताया कि क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार के साथ साझेदारी की है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) फाउंडेशन के सहयोग से, क्लबफुट से प्रभावित 1000 बच्चों के जीवन को बदलने के लिए उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में 15 ऑपरेशनल क्लबफुट क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। इस समग्र कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर इनका इलाज किया जाता हे। ऐसा ही एक क्लिनिक उत्तर प्रदेश के जिला चिकित्सालय मैनपुरी में स्थापित किया गया है। पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक्स और कास्टिंग तकनीशियनों की क्षमता निर्माण हमारे क्लबफुट कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण घटक है। इसलिए, हम उसी के लिए बुनियादी चिकित्सा प्रशिक्षण आयोजित करते हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. संजीव राय बहादुर ने बताया कि जिला अस्पताल मैनपुरी में आयोजित बेसिक मेडिकल ट्रेनिंग में 2 डॉक्टरों, 1 फार्मासिस्ट और 1 ओटी टेक्नीशियन को अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉ अफसर खान ने प्रशिक्षित किया। पोंसेटी पद्धति के विभिन्न घटकों जैसे कास्टिंग, टेनोटॉमी और ब्रेसिंग तकनीकों को प्रशिक्षण के दौरान मॉडलों के साथ-साथ बच्चों पर भी प्रदर्शित किया जाता है। इस प्रकार, यह प्रशिक्षण हमारे रोगियों को गुणवत्तापूर्ण क्लबफुट उपचार प्रदान करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। क्लबफुट को खत्म करने के लिए एसबीआई फाउंडेशन और अनुष्का फाउंडेशन मिलकर इस दृष्टि से काम कर रहे हैं कि क्लबफुट के साथ पैदा होने वाला कोई भी बच्चा विकलांग न हो।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मदन लाल ने अनुष्का फाउंडेशन के कार्य को सराहा और आए हुए मरीजों से हाल चाल लिया। आरबीएसके डी.ई.आइ.सी कमलदीप ने बताया कि आरबीएसके के साथ मिलकर अनुष्का फाउंडेशन अच्छा कार्य कर रही हे।
कार्यक्रम में अनुष्का फाउंडेशन से ब्रांच मैनेजर मनीष शर्मा, प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव स्मृति मौजूद रहे।