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सीमेंट फैक्ट्री रीवा में श्रमिको के साथ हो रहा है अत्याचार

                कोविड-19 महामारी से  हुए लॉक डाउन के कारण मार्च-अप्रैल की वेतन कटौती से परेशान हुए श्रमिकों ने आज दूसरी बार जेपी प्रबंधक को दिया ज्ञापन*
रीवा जिला मध्य प्रदेश ।आज  नवस्ता पुलिस चौकी प्रभारी वीरेंद्र सिंह परिहार एवं उनके स्टाफ की मौजूदगी में दिया गया ज्ञापन
श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर दोबारा दिया ज्ञापन भारतीय मजदूर संघ के यूनियन लीडर धर्मेंद्र सिंह एवं सीटू यूनियन के महासचिव राकेश सिंह ने बताया कि जेपी सीमेंट फैक्ट्री के अलावा हमारे क्षेत्र में और भी जितनी सीमेंट फैक्ट्रियां हैं जैसे अल्ट्राटेक प्रिज्म सीमेंट केजेएस, बिड़ला सीमेंट फैक्ट्री, में मार्च-अप्रैल का सभी श्रमिकों को पूरा वेतन दे दिया गया है ,
और यहां हम लोगों ने कई बार फैक्ट्री प्रबंधन से बात करने के लिए कहा तो फैक्ट्री में तैनात गार्डों ने हमें उनसे मिलने नहीं दिया गया।  जिससे कारण उन गरीब मजदूरों के घर पर भूखा सोने की स्थिति पैदा हो रही है। फैक्ट्री प्रबंधक के द्वारा  लॉक डाउन में फंसे हुए गरीब मजदूरों को किसी भी प्रकार का खाने पीने की व्यवस्था नहीं कराई जा रही है और उन गरीब मजदूरों का मार्च-अप्रैल का  वेतन भी काट लिया गया है । *जेपी सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधक के द्वारा  मध्य प्रदेश सरकार एवं श्रम विभाग के नियमों को अनदेखा कर रही है। आखिर में देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है*।


 इस लाक डाउन में फंसे हुए गरीब मजदूरों को फैक्ट्री प्रबंधक के द्वारा खाने तक के लिए किसी प्रकार का  प्रबंध नहीं किया गया है और आखरी में  उनका वेतन भी उनसे छीन लिया गया ऐसे में श्रमिक कैसे जीवन यापन करेंगे और तो और गरीब मजदूरों को नौकरी से निकालने की धमकियां दी जा रही है कई श्रमिक ऐसे हैं जिन्हें ट्रांसफर के लिए कहां जा रहा हैं ।फैक्ट्री प्रबंधक की ओर से बार-बार धमकियां दी जा रही है  वेतन की कटौती से हुए परेशान श्रमिकों ने आखिरी में यह निर्णय लिया कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम सड़कों पर उतर कर भूख हड़ताल करेंगे और अगर इस बीच किसी भी श्रमिक को किसी प्रकार की कोई परेशानी  या भुखमरी से उनकी मौत होती है तो जेपी सीमेंट प्रबंधन एवं प्रशासन इसका जवाबदार होगा।
हम सबकी की यही मांगे हैं कि श्रमिकों का वेतन मार्च-अप्रैल का पूरा दिया जाए।और श्रमिको को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत यथावत जगह पर ड्यूटी में रखा जाए उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण ना किया जाए। ऐसा करने से गरीब मजदूरों पर घोर संकट आ सकता है। इस बीच उपस्थित रहे
, राम भान सिंह उपाध्यक्ष, नरेंद्र नामदेव महादेव, राज मोहन सिंह, ए के मिश्रा, सीपी ठाकुर , अजय पांडे सचिन, पुष्पराज, ज्ञानेंद्र श्यामलाल साकेत, मणिराज सिंह, अरविंद कुमार, समरजीत सिंह आदि सैकड़ों की तादाद में श्रमिक गण उपस्थित रहे।


व्योरो रिपोर्ट सोनी राजपूत