आज टीचर्स डे पर ख़ुशी उन्नति केंद्र ने सरकारी स्कूल चनेटी के अध्यापक संजय कम्बोज जी को सम्मानित किया !
जितेन्द्र कुमार ब्यूरो चीफ चंडीगढ़
समाज को दिशा देने के लिए ये सरकारी अध्यापक अपने बच्चों को भी सरकारी ही स्कूल मे पढ़ा रहे है !
संस्था ने संजय जी से उनके स्कूल में जाकर बात की संजय जी चाहते है की , इस देश में हर बच्चा पढ़े व सरकारी स्कूल में ही पढ़े, और एक मूल्यवान शिक्षा को प्राप्त करे,
लोगो की सरकारी स्कूल के लिए जो धारणा बनी हुई है उसे गलत साबित कर सके।
उन्होंने बताया की उनकी खुद भी यही सोच है की उनके बच्चे भी सरकारी स्कूल में ही पढ़े। उन्होंने अपने छोटे भाई के बच्चे को भी अपने स्कूल में पढ़ाया जबकि उनके भाई भाभी ने शुरु में संकोच किया। पर संजय जी ने विश्वास दिलाया की सरकारी स्कूल में भी बच्चे अच्छे से पढ़ाई कर सकते है अच्छे नंबर ला सकते है ।उनकी अपनी बेटी भी अपने ही सरकारी स्कूल में पढ़ रही है।
उनका मानना है की अगर समाज को बदलने की शुरुआत करनी है तो अपने घर से करो उनका मानना है की बच्चे के ऊपर जितना वजन और प्रेसर डालोगे उतना बच्चा कमजोर हो जायेगा बच्चो को फ्री माइंड होकर पढ़ाई करवानी चाहिए । बच्चा जितना ज्यादा फ्री माइंड होकर पढ़ेगा उतना ज्यादा व अच्छा स्कोर करेगा
इनकी पत्नी भी सहयोग में किसी बात में पीछे नहीं है वे MA BEd हैं।जब कक्षा 6से8 में ट्रांसफेर्र व प्रोमोशन के कारण विद्यालय में एक भी अध्यापक नहीं रहा था तो इनकी पत्नी ने लगभग 8 महीने तक 6 से 8 के बच्चों को निशुल्क पढ़ाया ताकि सरकारी स्कूल के बच्चों की पढ़ाई का कोई नुक्सान ना हो ।
उनका मानना है की चाहे सरकार उनका साथ दे या न दे पर अगर समाज ने उनका साथ दिया तो वो इस क्षेत्र में बहुत सूधार कर सकते है । पर इसमें समाज का सहयोग बहुत जरूरी है लोगो को चाहिए की वो अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में भेजे और समय समय पर स्कूल में जाकर अध्यापकों से बात करे और स्कूल की सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ले ।
अगर हर अध्यापक संजय जी जैसे विचार रखे तो सरकारी स्कूल की दशा बदलने में देर नहीं लगेगी । इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष गौरव चौधरी ,अभिषेक ,हर्ष राणा जी मजूद रहे
समाज को दिशा देने के लिए ये सरकारी अध्यापक अपने बच्चों को भी सरकारी ही स्कूल मे पढ़ा रहे है !
संस्था ने संजय जी से उनके स्कूल में जाकर बात की संजय जी चाहते है की , इस देश में हर बच्चा पढ़े व सरकारी स्कूल में ही पढ़े, और एक मूल्यवान शिक्षा को प्राप्त करे,
लोगो की सरकारी स्कूल के लिए जो धारणा बनी हुई है उसे गलत साबित कर सके।
उन्होंने बताया की उनकी खुद भी यही सोच है की उनके बच्चे भी सरकारी स्कूल में ही पढ़े। उन्होंने अपने छोटे भाई के बच्चे को भी अपने स्कूल में पढ़ाया जबकि उनके भाई भाभी ने शुरु में संकोच किया। पर संजय जी ने विश्वास दिलाया की सरकारी स्कूल में भी बच्चे अच्छे से पढ़ाई कर सकते है अच्छे नंबर ला सकते है ।उनकी अपनी बेटी भी अपने ही सरकारी स्कूल में पढ़ रही है।
उनका मानना है की अगर समाज को बदलने की शुरुआत करनी है तो अपने घर से करो उनका मानना है की बच्चे के ऊपर जितना वजन और प्रेसर डालोगे उतना बच्चा कमजोर हो जायेगा बच्चो को फ्री माइंड होकर पढ़ाई करवानी चाहिए । बच्चा जितना ज्यादा फ्री माइंड होकर पढ़ेगा उतना ज्यादा व अच्छा स्कोर करेगा
इनकी पत्नी भी सहयोग में किसी बात में पीछे नहीं है वे MA BEd हैं।जब कक्षा 6से8 में ट्रांसफेर्र व प्रोमोशन के कारण विद्यालय में एक भी अध्यापक नहीं रहा था तो इनकी पत्नी ने लगभग 8 महीने तक 6 से 8 के बच्चों को निशुल्क पढ़ाया ताकि सरकारी स्कूल के बच्चों की पढ़ाई का कोई नुक्सान ना हो ।
उनका मानना है की चाहे सरकार उनका साथ दे या न दे पर अगर समाज ने उनका साथ दिया तो वो इस क्षेत्र में बहुत सूधार कर सकते है । पर इसमें समाज का सहयोग बहुत जरूरी है लोगो को चाहिए की वो अपने बच्चो को सरकारी स्कूल में भेजे और समय समय पर स्कूल में जाकर अध्यापकों से बात करे और स्कूल की सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ले ।
अगर हर अध्यापक संजय जी जैसे विचार रखे तो सरकारी स्कूल की दशा बदलने में देर नहीं लगेगी । इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष गौरव चौधरी ,अभिषेक ,हर्ष राणा जी मजूद रहे