फ्री राशन देने को लेकर आया सीएम का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधान परिषद में एक सवाल के जवाब में कहा कि 37 सालों बाद सरकार प्रचण्ड बहुमत के साथ रिपीट हुई है। विपक्ष को जनसमर्थन का सम्मान करना चाहिए और सही तथ्यों को सदन में रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बसपा विधायक भीमराव अम्बेडकर के भिक्षावृत्ति से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हर जरूरतमंद को सरकार ने राशन दिया है। सदी की सबसे बड़ी महामारी में प्रवासी मजदूरों, कामगारों, गरीबों को खाद्यान्न दिया गया।
केंद्र और राज्य के स्तर से निशुल्क राशन दिया गया। मुख्यमंत्री ने सदन में स्पष्ट किया कि निर्बल आदमी समय के साथ सबल हो जाता है। इसलिए सबको पात्रता के मुताबिक राशन मिले, इसका निर्धारण कर रहे हैं। राशन कार्ड का सत्यापन एक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि यूपी के लोगों को बाहरी राज्यों और जो बाहर के लोग यहां रह रहे थे तो उन्हें पोर्टेबिलिटी के तहत अनाज दिया गया। 80 हजार कोटे की दुकानों में ई-पॉस मशीन लगाई और राशन कार्ड को आधार से लिंक किया गया। महामारी के बाद भी हम निशुल्क अनाज दे रहे हैं। हम तो राशन के साथ तेल, दाल और नमक भी दे रहे हैं, अंत्योदय कार्ड धारकों को एक किलो चीनी भी दे रहे हैं।