मिशन इंद्र धनुष के अंतर्गत सत्रों पर जाकर बताए टीकाकरण के फायदे
पीएचसी दरियावगंज, पीएचसी अमापुर पर कोल्ड चैन का निरिक्षण कर की समीक्षा
कोल्ड चैन की कमियों को तत्काल कराया दूर
जनपद में शुक्रवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह की अध्यक्षता में यूएनडीपी मेनेजर हसरत अली यूनिसेफ जिला समन्वयक अनुराग दीक्षित व क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनिशिएटिव (चाई) संस्था विजय गर्ग के सहयोग से ब्लॉक- अमापुर पीएचसी पर मिशन इंद्र धनुष के अंतर्गत सत्रों पर निरिक्षण के दौरान नियमित टीकाकरण के फायदे बताए गए।
टीम ने टीकाकरण में गति लाने के लिए पीएचसी अमापुर पीएचसी दरियावगंज में ब्लॉक के कोल्ड चैन पॉइंट के रख रखाव के लिए समीक्षा कर तत्काल कमियां दूर कराई। टीम ने लोगों को गर्भवती और जन्म से लेकर नौ माह तक के टीके के बारे में भी जागरूक किया। बताया गया कि बच्चों को तपेदिक, काली खांसी, टिटनेस, खसरा और पोलियो जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए टीकाकरण ज़रूर कराएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अंजुश सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में और अधिक तेज़ी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग व चाई, यूनिसेफ व यूएनडीपी संस्था के द्वारा कोल्ड चैन, नियमित टीकाकरण, कोरोना टीकाकरण सत्रों का निरिक्षण किया। व कोल्ड चैन के रख रखाव के लिए समिक्षा की | डीआईओ ने बताया कि कोल्ड चैन मैनेजर हसरत अली ने वैक्सीन के रखरखाव के स्टॉक का जायज़ा लिया | उन्होंने बताया कि हर लाभार्थी का स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्पूर्ण है, टीकाकरण से बच्चों और माताओं को आसानी से जानलेवा बीमारियों से बचाया सकता है, आपसी जन सहयोग के जरिये अवरोध दूर कर टीकाकरण कार्यक्रम को और बेहतर बनाया जा सकता है। टीकाकरण में आने वाली दिक्क़त जन जागरूकता से ही दूर की जा सकती है
गर्भवती महिलाओं के लिए:
पहली बार गर्भधारण करने पर, गर्भवती को टिटनेस (टी.टी) के दो टीके लगवाने चाहिए। ये टीके गर्भावस्था में गर्भ के तीसरे माह में पहला टीका व एक माह के अंतराल से टीटी का दूसरा टीका दिया जाता है |
जन्म से लेकर नौ माह तक शिड्यूल के हिसाब से एएनएम द्वारा टीकाकरण सत्र पर टीके लगाए जाते हैं
हेपेटाइटिस बी
बी. सी. जी.
ओ. पी. वी.
आईपीवी
पेंटावैलेंट
आई पीवी
पी सी वी
एम आर
विटामिन ए की खुराक