मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवधेश सिंह ने बताया कि जूनोटिक कमेटी के मुताबिक स्वाइन फ्लू, ह्यूमन रैबीज, स्क्रब थाइप्स ग्लैंडर्स डेंगू, चिकुन गुनिया, फ़्लू, लेण्टोस्पाइरोसिस, सक्रबटाइफ़स, आदि बीमारी जानवरों से इंसानों में फैल सकती हैं |
जानवरों से फैलने वाले वायरस पर रखी जाएगी नज़र
-बीमारियों से बचाव के लिए साफ सफाई पर दें विशेष ध्यान
कासगंज, 8 जुलाई 2022
बीते कुछ सालों में जानवरों में बीमारियों के मामले तेजी से बड़े है। इसकी निगरानी के लिए जिला स्तर पर जुनेटिक कमेटी एवं राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 21 जून को बैठक आयोजित की गई | जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने की।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवधेश सिंह ने बताया कि जूनोटिक कमेटी के मुताबिक स्वाइन फ्लू, ह्यूमन रैबीज, स्क्रब थाइप्स ग्लैंडर्स डेंगू, चिकुन गुनिया, फ़्लू, लेण्टोस्पाइरोसिस, सक्रबटाइफ़स, आदि बीमारी जानवरों से इंसानों में फैल सकती हैं |
उन्होंने राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम एवं जनेटिक रोगों के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया। साथ ही एआरवी की उपलब्धता व रोगियों को एआरवी लगवाने के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया। उन्होंने जनपदवासियों को एनिमल बाईट जैसी घटना होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य इकाई पर संपर्क करने सम्बन्धित जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए| मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम बहुउद्देशीय एवं बहुआगामी कार्यक्रम है इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक रैबीज से होने वाली मृत्यु को शून्य करना है |
जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनंदा सिंह ने कहा कि पशुपालन विभाग जनपद में स्ट्रीट डॉग (आवारा कुत्तों) का टीकाकरण करवाने यदि किसी क्षेत्र में रैबीज के संभावित रोगी एकाएक बढ़ जाते हैं, अथवा रैबीज से ग्रसित आदि पाए जाते हैं, तो इसकी सूचना स्वास्थ्य अधिकारी स्थानीय निकाय को दी जाए| वन विभाग बंदरों एवं अन्य जीवों को बंद अभ्यारण में आवश्यकतानुसार समय-समय पर छोड़ा करेंगे | नगर निकाय स्थानीय निकाय विभाग आवारा कुत्तों का बंध्याकरण व रैबीज टीकाकरण करने हेतु पशुपालन विभाग सहयोग व समन्वय स्थापित करेंगे |बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग की स्कूल में बच्चों को जुनेटिक रोगों की जानकारी व रैबीज रोग रोकथाम, उपचार,जांच आदि की जानकारी बच्चों को देंगे | यदि किसी क्षेत्र में एकाएक रैबीज से ग्रसित रोगियों की संख्या में वृद्धि नगर निकाय / स्थानीय निकाय,विभाग उस क्षेत्र में आवारा कुत्तों का रैबीज टीकाकरण व बंध्याकरण करवाएगा |
जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ने कहा कि रैबीज से बचाव के लिए रैबीज का टीका स्वास्थ्य इकाई पर लगाया जाता है |जिला महामारी रोग़ विशेषज्ञ ने कहा कि रैबीज बीमारी जानवरों से होने वाली बीमारियों में से एक है |यह बीमारी पालतू जानवरों में आसपास रहने वाले जंगली जानवरों से आती है, पालतू जानवरों की देखभाल व साफ सफाई के दौरान इंसानी शरीर में भी इसका वायरस प्रवेश कर सकता है | रैबीज फ्लू के लक्षणों की तरह बीमारी की शुरुआत होती है| इसलिए अपने आस पास सफाई का विशेष ध्यान दें | जलभराव न होने दें, नालीयों की नियमित सफाई करें नदी व दूषित पानी के प्रयोग से बचें | घर में पानी का जमाव न होने दें, बीमार जानवरों को न छुए और स्वच्छ पानी का ही इस्तेमाल करें|
---------
समिति में शामिल विभाग:
जिलाधिकारी, मुख्यचिकित्सा अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला सर्विलांस अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, आधिशासी अधिकारी, फारेस्ट अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, कृषि अधिकारी, आपदा प्रबंधन, जनसूचना अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी फिजीशियन, महामारी विशेषज्ञ, पशु चिकित्स्क को शामिल किया गया है |