छः माह तक केवल स्तनपान कराएं : डॉ. मारुती
कासगंज, 18 अगस्त 2022
बड्डूनगर निवासी 28 वर्षीय सना ने बताया कि मेरे दो बच्चे हैं। छोटा बेटा जहाँगीर एक माह का है। मुझे आशा कार्यकर्ता शबाना ने समझाया कि स्तनपान कराना जरूरी है। उनके बताने के बाद से मैं अपने बच्चे को नियमित स्तनपान करा रही हूं। वहीं कासगंज बड्डूनगर निवासी 35 वर्षीय आशा ने बताया कि अपने बच्चों को सिर्फ अपना ही दूध पिलाया है। सबसे छोटा बेटा डेढ़ माह का है, जिसे मैं केवल स्तनपान ही कराती हूं। आशा दीदी की राय पर ऊपरी आहार के रूप में कुछ नहीं देती हूं।
सना और आशा तो सिर्फ बानगीभर हैं। जिले में ऐसी अनगिनत मां हैं जो आशा या स्वास्थ्य टीम की राय पर छह माह तक अपने बच्चे को सिर्फ स्तनपान ही करा रही हैं।
अशोकनगर पर तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. मारुती ने बताया कि शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए छह माह तक स्तनपान करवाना बच्चे और मां दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। छह माह की आयु तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए, इससे बच्चों के शारीरिक व मानसिक जरूरतें पूरी होती हैं। डॉ. मारुती ने बताया कि बदलते मौसम के दौरान यदि मां बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रही है तो वह बच्चे को पूरी सावधानी के साथ स्तनपान कराएं। ऐसी स्थिति में मास्क पहनकर ही बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए। खांसते और छींकते समय अपने मुंह को रुमाल या टिश्यू से ढक लें। छींकने और खांसने के बाद, बच्चे को अपना दूध पिलाने से पहले और बाद में अपने हाथों को साबुन और पानी से 40 सेकण्ड तक धोएं. किसी भी सतह को छूने से पहले उसे साबुन से अच्छी तरह से साफ कर लें। उन्होंने बताया कि यदि मां स्तनपान कराने की स्थिति में नहीं है तो वह मास्क पहनकर अपना दूध साफ कटोरी में निकालकर और साफ कप या चम्मच से बच्चे को दूध पिला सकती है. इसके लिए भी बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है कि अपना दूध निकालने से पहले हाथों को साबुन व पानी से अच्छी तरह से धोएं, जिस कटोरी या कप में दूध निकालें उसे भी साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें।