भारत मां के उस वीर सपूत पुण्यतिथि
आज भारत मां के उस वीर सपूत की पुण्यतिथि है, जिसने दुश्मन को उसी के घर में घुसकर मारा और जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लिया था
हम बात कर रहे हैं शहीद उधम सिंह की, जिनका जन्म 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम गांव में हुआ था।
सरदार उधम सिंह ने भारतीय समाज की एकता के लिए अपना नाम बदलकर राम मोहम्मद सिंह आजाद रख लिया था, जो भारत के तीन प्रमुख धर्मों का प्रतीक है। ऊधम सिंह ने पासपोर्ट बनवाने के लिए अपना नाम बदल लिया था। गदर पार्टी से जुड़ने के बाद उधम सिंह पांच साल तक कारावास में भी रह कर आये थे। जेल से निकलने के बाद पासपोर्ट बनवा कर विदेश जाने की ठानी। भगत सिंह उनके दोस्त थे, दोनों लाहौर जेल में एक बार मिले भी थे। सरदार उधम सिंह की पुण्यतिथि पर आज ख़ुशी उन्नति केंद्र ने उन्हें याद किया। इस मौक़े पर मनोज कम्बोज ,पारस त्यागी ,विशाल कम्बोज ,निश्चय गुज्जर ,अभिषेक अलंग , अभिनव राणा ,मन्नू प्रजापति
मोजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट
जितेन्द्र कुमार (चंडीगढ़)
हम बात कर रहे हैं शहीद उधम सिंह की, जिनका जन्म 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम गांव में हुआ था।
सरदार उधम सिंह ने भारतीय समाज की एकता के लिए अपना नाम बदलकर राम मोहम्मद सिंह आजाद रख लिया था, जो भारत के तीन प्रमुख धर्मों का प्रतीक है। ऊधम सिंह ने पासपोर्ट बनवाने के लिए अपना नाम बदल लिया था। गदर पार्टी से जुड़ने के बाद उधम सिंह पांच साल तक कारावास में भी रह कर आये थे। जेल से निकलने के बाद पासपोर्ट बनवा कर विदेश जाने की ठानी। भगत सिंह उनके दोस्त थे, दोनों लाहौर जेल में एक बार मिले भी थे। सरदार उधम सिंह की पुण्यतिथि पर आज ख़ुशी उन्नति केंद्र ने उन्हें याद किया। इस मौक़े पर मनोज कम्बोज ,पारस त्यागी ,विशाल कम्बोज ,निश्चय गुज्जर ,अभिषेक अलंग , अभिनव राणा ,मन्नू प्रजापति
मोजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट
जितेन्द्र कुमार (चंडीगढ़)
