हड़ताल से वापस होने के लिए सरकार ने फेकी आखरी जाल - नदीम
समस्तीपुर
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ, के आवाहनं पर हम सभी लोग, 25 फरवरी से लगातार हड़ताल,पूर्णताला बन्दी,कोरोनो जन जागरण अभियान में लगे है। परंतु बिहार सरकार सम्मानजनक समझौता के स्थान पर अपने अधिकारी और मंत्रियों के द्वारा सिर्फ दमनात्मक करवाई पर तुली है, इसी कड़ी में सरकार के द्वारा हड़ताल से वापस आने के लिए अंतिम जाल भी फेका जा चुका है। जिसमें ये कहा गया कि अगर शिक्षक अपने अधिकारी के समक्ष जॉइन करते है तो उन्हें कोरोना अवधि का भुगतान किया जायेगा और जो भी कार्यवाई उनके ऊपर की गई उसे हटाया जायगा परन्तु हड़ताल अवधि का NO WORK NO PAY का सिद्धांत लागू होगा।
बन्धुओं मैं *नदीम खान BSTA जिलाकार्यसमिति सदस्य समस्तीपुर*, ये विश्वास के साथ कह रहा हूँ कि ये सरकार की चाल है हमारे हड़ताल को कमजोर कर तोड़ने की, परन्तु उस चाल में हमे कतई नही फसना है क्योंकि सरकार को हमारे संघ के साथ वार्ता करनी होगी और हमे सम्मान जरूर मिलेगी।
कुछ तथ्य आपके सामने रखना चाहता हूँ जो ये साबित करता है कि हड़ताल के कारण शिक्षकों से ज्यादा सरकार दबाव में है जैसे
व्यक्तिगत रूप से मैं इस बात से असहमत हूँ कि अब सिर्फ हड़ताली शिक्षक पर दबाव है और सरकार पर नहीं है। हड़ताली शिक्षकों पर आया ये अचानक दबाव केवल परिस्थितियों की देन है। वर्तमान में देश मे परिस्थिति यही है कि भारत के 80℅ जनसंख्या बिना कोरोना के अर्थात बिना लक्षण वाला है। कोरोना से होनेवाला मृत्यु दर भी काफी कम है। ऐसे ही कोरोना से ज्यादा हड़ताली शिक्षक मर रहे हैं जिसका कारण हार्ट अटैक,ब्रेन हमरेज, हड़ताल के कारण मानसिक दबाव इत्यादि है। इसके अतिरिक्त पूरे बिहार में वैसे लोगो की मौत हुई जो पहले से गम्भीर रोग से ग्रसित थे।अगर विद्यालय 3 मई के बाद खुलती है भले ही विद्यार्थियों के लिए उसके बाद भी कुछ दिन औऱ विद्यालय बन्द रहे, तब इस परिस्थिति में दबाव सरकार पर बढ़ने लगेगा, और परिस्थिति बदलने लगेगी क्योंकि-
■ BSEB ने भले ही इंटर का रिजल्ट निकाल दिया है लेकिन विद्यार्थियों को IIT, AIIMS, NIT, सेंट्रल यूनिवर्सिटी व अन्य उच्च शिक्षण संस्थान में एडमिशन के लिए मार्क्स शीट,SLC ,प्रोवीजनल की आवश्यकता होगी। ये सबसे बड़ा दबाव सरकार पर होगा,बिना हड़ताल टूटे ये कार्य सम्पन्न होना असंभव है।
■ मैट्रिक रिजल्ट के बाद जिन विद्यार्थियों को भी अन्य बोर्ड CBSE, ICSE में एडमिशन लेना होगा उन्हें भी क्रमशः उपर्युक्त डोकुमेंट की आवश्यकता होगी जो बिना विद्यालय खुले असम्भव है और सरकार पर दबाव बढ़ेगा।
■ हजारों मध्य विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय में उत्क्रमित करना है जिस हेतु तुरन्त बड़ी तैयारी सरकार को करना होगा,ये बिना हड़ताल टूटे असम्भव है और चुनावी वर्ष में ही सरकार इसे करना चाहते हैं।★सत्र आगे की ओर बढ़ चुका होगा।
■ सितंबर में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होगी जिसके लिए आवश्यक तैयारी BLO के द्वारा होनी है और 90% BLO हड़ताली शिक्षक है।दबाव बढ़ेगा ही सरकार पर।
■ लोकडाउन टूटते ही सरकार NPR व सेंसस प्रक्रिया पर आगे बढ़ेगी जो हड़ताल टूटे बिना असम्भव है।दबाव सरकार पर_ बढ़ेगा।
■ विद्यालय में नए सत्र में सरकार को हर हाल में एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर देना होगा।
■ शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित होगी और सरकार पर दबाव बढ़ेगा। अन्य बहुत से बड़े बड़े कारण हैं जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि बहुत जल्द परिस्थिति बदलने वाला है यदि हम धैर्य बनाए रखें। जो लोग भी धैर्य खोकर व्हाट्सएप इमेल से योगदान किए हैं वो जल्द से जल्द अपना योगदान वापस ले लें क्योंकि आपकी संख्या पर ही इस दबाव का वजन ज्यादा निर्भर करेगा। इसमे आपका भी फायदा है कि इस दबाव से ही हड़ताल अवधि के समंजन की सम्भावना है वरना आप भी डूबेंगे और सब डूबेंगे। कृपया आप वापस हो जाएं और 3 मई के बाद दबाव बढ़ाने में योगदान दें। सरकार का पलड़ा वर्तमान में भारी होना केवल परिस्थितियों की देन है।
3 मई के बाद ये परिस्थिति बदलने वाली है।
धैर्य बनाए रखें। नकारात्मक खबरों को तरजीह न दें।हड़ताल से वापस होना कोई बहादुरी का कार्य नहीं है वो कभी भी वापस हो सकते हैं लेकिन वापसी के साथ ही हम अपना वर्तमान, भविष्य के साथ पूरे शिक्षक समाज के वर्तमान भविष्य को अंधकारमय कर देते हैं। आपके दो माह से अधिक का वेतन भी कटेगा और सरकार भविष्य में वेतन वृद्धि व कोई सुविधा भी नहीं बढ़ाएगी तथा शिक्षक समाज के बीच हेय दृष्टि से भी देखे जाएंगे
खुशी की बात है कि हमारे जिले में बहुत सारे वैसे शिक्षक साथीगण जो हड़ताल के शुरुआत में हमसभी के साथ नही थे,उनलोगों ने भी बहुत संख्या में पुनः हड़ताल में शामिल होकर अपने जज्बे को साबित किया है,ऐसे साथी को मेरे तरफ से नमन है,जो आप अपने आने वाले कल को सुनहरे बनाने के लिये सभी का साथ दिए। फिर भी जो आज के डेट में भी हड़ताल से बाहर है,उनसे विनती है,कि आप इस महासमर रूपी हड़ताल में अपना साथ दें।
सभी हड़ताली शिक्षक सकारात्मक रहें और ग़ैरहड़ताली शिक्षक कृपया वापस आ जाएं हड़ताल पर और अपना वर्तमान एवं भविष्य सुरक्षित रखने में योगदान दें।
समस्तीपुर से अब्दुल कादिर
